अमेरिका में नई सरकार बनते ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले बदलने का क्रम शुरू हो गया है। जो बाइडन ने राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही सबसे पहला जो बड़ा फैसला किया है वह पेरिस जलवायु समझौते पर दोबारा हस्ताक्षर करना है, जिसे ट्रम्प ने नवंबर में खत्म कर दिया था। इसके अलावा बाइडन ने अमेरिका में ‘मुस्लिम ट्रैवल बैन’ को भी खत्म कर दिया है।
राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही बाइडन ने कई महत्वपूर्ण फैसले किये और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई आदेशों को पलट दिया। व्हाइट हाउस की दी गयी जानकारी के मुताबिक नए राष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते में अमेरिका की फिर से वापसी के लिए उसपर हस्ताक्षर कर दिए हैं। बाइडन ने पेरिस जलवायु समझौते में दोबारा शामिल होने का ऐलान करते हुए कहा कि देश की जनता से चुनाव के दौरान उन्होंने इसका वादा किया था।
इसके अलावा बाइडन ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग तेज करने के इरादे से एक महामारी कंट्रोल करने के एक फैसले पर दस्तखत किये। इस आदेश के मुताबिक, उन्होंने मास्क को और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया है। बाइडन ने ट्रंप के एक और फैसले को पलटते हुए अमेरिका में ‘मुस्लिम ट्रैवल बैन’ को भी खत्म कर दिया है। ट्रंप ने इसके तहत कुछ मुस्लिम देशों और अफ्रीकी देशों के अमेरिका में ट्रेवल पर रोक लगा दी थी।
बाइडन ने मैक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने के ट्रंप के फैसले को भी पलट दिया और इसके लिए फंडिंग भी रोक दी। इस फैसले के बाद मैक्सिको ने जो बाइडेन की प्रशंसा की है। इतना ही नहीं, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद कीस्टोन एक्सएल पाइपलाइन के विस्तार पर भी रोक लगाने के आदेश पर दस्तखत किए हैं। कीस्टोन एक तेल पाइपलाइन है, जो कच्चे तेल को अल्बर्टा के कनाडाई प्रांत से अमेरिकी राज्यों इलिनोइस, ओक्लाहोमा और टेक्सास तक ले जाती है। बाइडन ने कीस्टोन एक्सएल पाइपलाइन के खिलाफ बात की थी और यहा कहा था ‘टार सैंड्स’ की हमें जरूरत नहीं है। बाइडन के राष्ट्रपति अभियान का एक प्रमुख वादा कीस्टोन एक्सएल परियोजना को रद्द करने की प्रतिबद्धता थी।