जलवायु परिवर्तन पर होने वाली ग्लोबल क्लाइमेटसमिट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत दुनिया के 40 बड़े नेताओं को न्योताभेजा है। इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी आमंत्रित किया गया है।
दुनिया भर में कोरोना संकट के साथ ही जलवायु परिवर्तन भी गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। इसपर चर्चा के लिए बाइडन की ओर से ग्लोबल क्लाइमेटसमिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट 22 और23 अप्रैल को ऑनलाइन होनी है। व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया है कि ग्लासगो में नवंबर में हुएयूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस की दिशा में यहएक अहम कदम होगा।
व्हाइट हाउस ने नेताओं से आग्रह किया कि वे समिट कोइस अवसर के रूप देखें कि उनका देश कैसे दुनिया कीमजबूत जलवायु महत्वाकांक्षा में योगदान दे सकता है।बयान में कहा गया है कि समिट में बड़ी संख्या मेंव्यापारिक और नागरिक समाज के नेता भी हिस्सा लेंगे। जो भी जलवायु परिवर्तन की दिशा में काम कर रहे हैं, वे इसमें शामिल होंगे।
इस अहम सम्मेलन में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन केप्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन समेत यूरोप के कई नेताओं को भी सम्मिलित होने के लिए न्योजा भेजा है। सऊदीअरब के किंग सलमान–बिन–अब्दुल अजीज, ब्राजील केराष्ट्रपति जायर बोलसोनारो और तुर्की के राष्ट्रपतिरेसेप तैयब एर्दोगन भी शामिल होंगे।
समिट में जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए कईबड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। समारोह के जरिएअमेरिका जीवाश्म ईंधन से होने वाले जलवायु प्रदूषणको कम करने के लिए अहम कदम उठा सकता है। समिट में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से जीवन औरआजीविका की रक्षा करने की क्षमता को मजबूत करनेके अवसरों पर चर्चा होगी। इसके अलावा इसकी चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा होगी।