उत्तर प्रदेश की सियासत को लेकर भले ही सियासी दल तमाम दावें करें कि सपा और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला है। लेकिन बसपा और कांग्रेस के बीच छिड़ी जुवानी जंग से साबित होता है कि बसपा भी चुनावी माहौल में अभी नहीं दिख रही है। लेकिन वह अपने मिशन के तहत चुनावी जंग में पूरी तरह से सक्रिय है।
बताते चलें, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ये कह कर बसपा प्रमुख मायावती पर हमला किया है। कि मायावती चुनावी माहौल में सक्रिय नहीं है। इससे अन्य दलों को लाभ मिल सकता है। बस, फिर क्या बसपा प्रमुख मायावती अपने पुराने अंदाज में आक्रामक मूड़ में आकर कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस को वोट कटवा पार्टी करार दिया।
बसपा का मामना है। कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में कोई अस्तित्व ही नहीं है। वो तो चुनाव अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये ही चुनाव लड़ रही है। बसपा समर्थक राजेन्द्र कुमार का कहना है कि कांग्रेस पार्टी तो चुनाव जीतने के लिये बल्कि अस्तित्व बचाने के लिये ही चुनाव लड़ रही है। उनका कहना है कि कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से आज उत्तर प्रदेश का बुरा हाल है। कि आज विरोधी दल भी बसपा के शासन को याद करते है।
बसपा के शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चाँक–चौबंद रही है। जबसे बसपा का शासन गया है। तब से प्रदेश में अराजकता का माहौल है। इसलिये इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा पूर्ण समर्थन के साथ सरकार बनाने जा रही है। बसपा का वोट बैंक ज्यों के त्यों बसपा के साथ है।