तीसरे मोर्चे के गठन की कोशिशों और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने की ख़बरों के बीच भाजपा ने दिल्ली विधानसभा में आज से शुरू हो रहे बजट सत्र अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। हाल में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की एक मामले में गिरफ्तार के बाद भाजपा केजरीवाल सरकार पर लगातार हमलावर है।
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। इसमें सरकार और विपक्ष के बीच वर्तमान मुद्दों को लेकर तीखी नोकझोंक की संभावना है। सत्तारूढ़ आप ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर एलजी वीके सक्सेना और केंद्र पर निशाना साधा है।
अधिकारियों ने कहा कि सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल (एलजी) के अभिभाषण से होगी और बजट 21 मार्च को पेश किया जाएगा। उधर आम आदमी पार्टी ने कहा है कि सत्र में पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया की गिरफ्तारी और उपराज्यपाल कैसे निर्वाचित सरकार के कामों में दखल दे रहे हैं, इस पर चर्चा होगी।
पार्टी ने कहा कि 2002 में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के साथ एक घटना में एलजी के शामिल होने का मुद्दा भी उठाएगी। साथ ही भाजपा शासित केंद्र के सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग और सरकारी कामकाज में एलजी के हस्तक्षेप का मुद्दा भी उठाएंगे।
इस बीच भाजपा विधायकों ने एक साझे बयान में कहा कि वे केजरीवाल सरकार को घेरेंगे, क्योंकि उसके दो मंत्री सलाखों के पीछे हैं और उस पर शराब नीति, क्लासरूम निर्माण, बिजली सब्सिडी और फीडबैक यूनिट द्वारा जासूसी के आरोप लग रहे हैं। इसमें कहा गया कि ऐसी स्थिति में, इस सरकार को पद पर बने रहने का कोई नैतिक या संवैधानिक अधिकार नहीं है और सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है।