कोलकाता : कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन के दौरान सोशिल मीडिया पर अफवाह के कारण अखबारों को तगड़ा झटका लगा। लोग अखबार लेने से डरने लगे थे। अफवाहों के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में अखबारों के प्रकाशन बंद करना पड़ा था, क्योंकि हॉकर अखबार लेने को तैयार नहीं थे। ऐसे समय में भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममताबनर्जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। हॉकर यूनियनों द्वारा अखबार नहीं उठाने की बात संस्थानों द्वारा मुख्यमंत्री तक पहुंचायी गयी। उन्होंने पूरी रपट ली तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया पर लाइव होकर कहा कि ‘मुझे जानकारी मिली है कि कई हॉकर अखबार नहीं ले रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहूंगी कि इस आपात परिस्थिति में अखबारों को राहत दी गयी है। अखबार लोगों को पढ़ना जरूरी है वरना दैनिक जीवन से जुड़ी बातें लोगों को कैसे पता चलेंगी। पुलिस प्रशासन से पूरा सहयोग करने के लिए कहा गया है।’ इसके अगले दिन मुख्यमंत्री ने दोबारा कहा कि आप सभी सही खबरों के लिए अखबार पढ़िये। इस विकट समय में अखबार ही सही खबर आप तक पहुंचा सकते हैं। ममता बनर्जी का यह संदश मीडिया के लिए संजीवनी की तरह था। यह संदेश जब हॉकरों और आम लोगों तक गया तो हाकर भी वापस अपने काम पर आने लगे तथा अखबारों ने अपना नियमित प्रकाशन जारी रखा।
धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य होती चली गईं, अन्यथा एक दो दिन के लिए स्थिति यह बन गयी थी कि छोटे छोटे कुछ अखबाराें ने प्रकाशन बंद कर दिया था तथा एक बड़े अखबार ने भी दो दिन प्रकाशन बंद रखा था।