भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक रैली में मंगलवार को कहा कि सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को डर था कि अगर हमारी यात्रा (रथ यात्रा) निकलती है तो ”उनकी सरकार की अंतिम यात्रा निकल जाएगी।”
शाह ने आरोप लगाया कि बंगाल में तृणमूल की सरकार ने लोकतंत्र को ख़त्म कर दिया है। ”हम बंगाल में रथ यात्रा निकालने वाले थे लेकिन हमें राज्य सरकार ने रोक दिया। उन्हें लगा कि यह यात्रा उनके लिए अंतिम यात्रा न हो जाए। कोई बात नहीं दीदी हम ज्यादा मेहनत करेंगे लेकिन इस बार आपको बंगाल से हटाकर रहने वाले हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा – ”मैं आपको बताता हूं कि पंचायत चुनाव हुए थे, उस दौरान बड़ी संख्या में हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या हुई। आपको कहता हूं और टीएमसी को भी कहता हूं कि पंचायत चुनाव वाली गलती लोकसभा चुनाव में मत करना। वर्ना हम ईंट से ईंट बजा देंगे। यह चुनाव बंगाल सरकार के अंडर नहीं होने वाला है। यह चुनाव आयोग के अंडर होगा, यहां पैरामिलिट्री होगी।”
लोक सभा के चुनाव को लेकर शाह ने कहा कि यह चुनाव पार्टियों के बीच का चुनाव है। ”यह बंगाल की संस्कृति को समाप्त करने वाली टीएमसी को हराने का चुनाव है। बंगाल की जनता को निर्णय लेना है कि संस्कृति को बचाने वाली भाजपा को लाएंगे या उनकी संस्कृति को खत्म करने वाली टीएमसी को। सुभाष चंद्र को भुलाने में कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन पीएम मोदी सुभाष बाबू के जीवन, देशभक्ति और उनके बंगाल को अमर करने के लिए अंडमान के टापू का नाम सुभाषजी के नाम पर रखने का फैसला किया है।”
शाह ने कहा कि देश के आजाद होने के बाद पश्चिम बंगाल हर जगह देश का नेतृत्व करता था। ”कला, संस्कृति और हर क्षेत्र में बंगालियों का नाम था। एक लंबे के समय कम्युनिस्ट शासन और ममता दीदी के शोषण के बाद आज बंगाल जहां है, उसकी कल्पना आप नहीं कर सकते। एक समय बंगाल का औद्योगिक उत्पादन दर २७ फीसदी था जो आज ३.३ फीसदी रह गया है।