पश्चिम बंगाल से तीन बड़ी ख़बरें हैं। पहली तो यह कि विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा ने ”आपरेशन बंगाल” शुरू कर दिया है। मंगलवार को ममता बनर्जी की तृणमूल के दो और सीपीएम का एक विधायक ही नहीं बल्कि ६२ पार्षद भी दिल्ली जाकर भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा ममता ने अपने मंत्रिमंडल में मंगलवार देर शाम फेरबदल किया है। तीसरी खबर यह है कि ममता मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकती हैं।
पहले बात चुनाव नतीजों के बाद बंगाल में दलबदल की शुरुआत की। भाजपा ने बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपनी ”खुन्नस” निकालने की शुरुआत उनके दो विधायकों को अपने पाले में करके की है। यही नहीं माकपा का विधायक भाजपा में शामिल हो गया है। इसके आलावा करीब ६२ पार्षद भी दलबदल करके भाजपा में चले गए।
इन सब घटनाओं के बीच ममता ने मंगलवार देर शाम अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है। कुछ मंत्रालयों की जिम्मेवारी बदली गयी है।
घटनाओं की शुरुआत तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) के दो विधायकों और ५० पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से हुई। माकपा के विधायक देबेन्द्रनाथ रॉय भी भाजपा में शामिल हो गए जिससे कभी बंगाल की इस ताकतवर पार्टी को भी झटका लगा है। इन सभी ने बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिल्ली के अशोक रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में ग्रहण की।
पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान टीएमसी के ४० विधायकों के ”उनके संपर्क” में होने का दावा किया था। कैलाश विजयवर्गीय ने पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि बंगाल के तीन विधायक और काफी पार्षद भाजपा में आने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगे और ”चरण” अभी बाकी हैं और भाजपा में और लोग शामिल होंगे।
बंगाल में विधायकों का दलबदल
ममता ने मंत्रिमंडल में किया फेरबदल, मोदी की शपथ में आने की सम्भावना