भाजपा को कलकत्ता हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने भाजपा की तीन रथ यात्राओं को मंजूरी दे दी है। साथ ही कोर्ट ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं कि कानून व्यवस्था भंग न हो। उधर ममता सरकार ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में जाने का फैसला किया है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने क़ानून व्यवस्था का हवाला देते हुए भाजपा की रथ यात्राओं को मंजूरी नहीं दी थी जिसके खिलाफ भाजपा ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। गुरूवार को भाजपा की याचिका पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने उसके हक़ में फैसला सुनाया।
भाजपा की रथ यात्राओं को हाई कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था। ”हमें न्याय मिला है और कोर्ट का फैसला निरंकुशता के मुंह पर तमाचा है।
विजयवर्गीय ने कहा कि अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी अध्यक्ष शाह रथ यात्रा में शामिल होंगे।
शाह के ममता सरकार को चुनौती दी थी कि वो जो मर्जी कर ले, रथ यात्रा तो निकलकर ही रहेगी। पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में कहा था कि साम्प्रदायिक सौहार्द्र में खलल पड़ने का अंदेशा खुफिया रिपोर्ट में जताया गया था जिसके चलते भाजपा की रथ यात्रा को इजाजत से इनकार किया गया था। हालांकि, भाजपा के वकील एसके कपूर ने कहा कि इजाजत देने से इनकार करना पूर्व निर्धारित था और इसका कोई आधार नहीं था।