सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक मुख्यमंत्री कमलनाथ को आज शाम ५ बजे तक फ्लोर टेस्ट के जरिये बहुमत साबित करना है। हालांकि, कमलनाथ इससे पहले करीब १२ बजे एक प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। देखना है कि इसमें वे क्या बात करते हैं। कयास हैं कि वे विधायकों (बागी) के जाने को लेकर कुछ ऑडियो-वीडियो जारी करें या फ्लोर टेस्ट से पहले ही अपने इस्तीफे की घोषणा कर दें।
कमलनाथ इस समय अपने विधायकों के साथ एक बैठक कर रहे हैं। इसमें वे फ्लोर टेस्ट या अपने किसी संभावित फैसले को लेकर चर्चा कर सकते हैं। कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, अभी तक वे बहुमत का दावा करते रहे हैं।
उधर भाजपा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह तय मान रही है कि कमलनाथ सरकार का जाना अब तय है। पार्टी के अब खुलकर कहने लगे हैं कि भाजपा की सरकार बनना अब कुछ ही घंटे की बात है। खासकर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समर्थक बहुत जोश में हैं। उनके मुताबिक उनके नेता चौहान ही दोबारा मुख्यमंत्री बनने वाले हैं।
पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का भी ब्यान आया है जिसमें उन्होंने पहली बार स्वीकार किया है कि कमलनाथ सरकार खतरे में है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के बागी विधायकों, जो बेंगलुरु में हैं, को लेकर कहा है कि उनकी मर्जी हो तो वे भोपाल सुरक्षा सकते हैं। अर्थात उनपर फ्लोर टेस्ट में हाजिर होने की पाबंदी नहीं है। इससे कांग्रेस का खेल खराब हुआ है। अब यही हो सकता है कि कोइ करिश्मा हो और भाजपा टूट जाये, तभी कमलनाथ सरकार बच सकती है। भाजपा के पास १०६-१०७ विधायक हैं। उसके दो विधायकों को लेकर पाला बदलने की आशंका रही है।