उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फूलपुर स्थित इफ्को प्लांट में मंगलवार देर रात अमोनिया गैस का रिसाव होने से दो अधिकारियों की मौत हो गयी है जबकि कई अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं। इस घटना के बाद इफ्को और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन प्लांट में फंसे कर्मचारियोें को बाहर निकाला गया। इफ्को फूलपुर के प्लांट में पहले भी हादसा हो चुका है। पिछले दो साल में यहां पांच ऐसे हादसे हो चुके हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक गैस रिसाव के कारण दम घुटने से 15 कर्मचारी बेहोश हो गए। इन्हें इफ्को के अस्पताल ले जाया गया, हालांकि इनमें से आठ की हालत गंभीर बताई गयी है। उन्हें बाद में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। इलाज के दौरान ही दो अधिकारियों की मौत हुई।
घटना के मुताबिक इफ्को प्लांट में रोज की तरह करीब 100 कर्मचारी उपस्थित थे। अचानक एक पाइप लाइन में अमोनिया गैस रिसने लगी। कर्मचारियों के कुछ समझने से पहले ही गैस रिसाव तेज हो गया जिससे उन लोगों का दम घुटने लगा। कई कर्मचारी बेहोश होकर ज़मीन पर गिर गए। दहशत के कारण कर्मचारी चिलाने लगे जिसके बाद प्लांट को तुरत फुरत बंद कर दिया गया।
राहत कार्य शुरू किये गए लेकिन तब तक 15 कर्मचारी बेहोश हो चुके थे और उनमें से आठ की हालत नाजुक दिख रही थी। बाद में इलाज के दौरान इनमें से दो अधिकारियों की जान चली गयी। इनकी पहचान असिस्टेंट मैनेजर बीपी सिंह और डिप्टी मैनेजर अभिनंदन के रूप में की गयी है। बता दें इफ्को फूलपुर के प्लांट में पहले भी हादसा हो चुका है। पिछले दो साल में यहां पांच ऐसे हादसे हो चुके हैं। साल
2019 में जनवरी को गैस रिसाव से वहां तीन मजदूरों की मौत जबकि अप्रैल में हादसे में 12 लोग गंभीर हो गए थे।