फीफा वर्ल्ड कप 2018 का फाइनल। रूस की राजधानी मॉस्को के लुज्निकी स्टेडियम में फ्रांस और क्रोएशिया के समर्थकों के अलावा बड़ी संख्या में फुटबाल प्रेमियों की भीड़। मैच शुरू होने से पहले सभी को लग रहा था बहुत ज़बरदस्त मुकाबला होगा। शायद पूरे समय तक कोइ भी टीम गोल न कर पाए और एक्स्ट्रा समय या शूट आउट में फैसला हो। लेकिन यह क्या ! मैच के १८ वें मिनट में ही फ्रांस ने पहला गोल कर दिया। हाफ टाइम आते-आते तीन गोल हो चुके थे। पूरे ४४ साल के बाद यह पहला मौका था जब हाफ टाइम से पहले ही तीन गोल हो गए। दूसरे हाफ में भी तीन गोल हुए। और जब मैच खत्म हुआ स्कोर बोर्ड पर अंकित था – फ्रांस : ४, क्रोएशिया : २ गोल। बीस साल के बाद फ्रांस फिर विजेता की पायदान पर खड़ा था। और क्रोएशिया पहली बार फाइनल खेलने के गौरव को भीतर संजोने के बावजूद निराशा के सागर में था। टीवी पर करीब १४९ करोड़ फुटबाल प्रेमियों ने यह मैच देखा।
फ्रांस का पिछले साल में यह तीसरा फाइनल था। १९९८ में वे जीत चुके थे और ४१ लाख की आबादी वाले क्रोएशिया का फाइनल में पहुँचने का यह पहला अवसर था। क्रोएशिया अपने पहले ही फीफा फुटबाल विश्व कप में सेमीफाइनल में पहुँच गया था।
पहले हाफ में १८ वें मिनट में फ्रांस ने पहला गोल किया वो भी क्रोएशियाई खिलाड़ी मानजुकिच के आत्मघाती गोल से। मारियो मानजुकिच ने फ्रांस के एंटॉनियो ग्रीजमैन की फ्री-किक को क्लियर करने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके सिर से लगकर गोल पोस्ट में चली गई। यह वर्ल्ड कप फाइनल में पहला सेल्फ गोल था। लेकिन १० मिनट बाद २८ मिनट में इवान पेरिसिच ने क्रोएशिया को बराबरी पर ला खड़ा किया। शानदार स्ट्राइक का परिचय देते हुए सीधे विरोधी खेमे में धावा बोला इवान पेरिसिच ने और फ्रांस के खेमे में पहुंचकर गोल दाग दिया। हतप्रभ रह गए इस गोल से फ्रांस के समर्थक। अब मुकाबला १-१ की बराबरी पर था।
इस बीच ३६ वे मिनट में पेरिसिच के हैंड बॉल की वजह से फ्रांस को पेनल्टी मिली। वीएआर के जरिये इसका फैसला हुआ। इससे पहले 28 में से 21 पेनल्टी गोल में तब्दील हो चुकी थीं लिहाज़ा क्रोएशियाई गोल कीपर तनाव में दिख रहे थे। ३९ वें मिनट में ग्रीजमैन ने पेनल्टी मारी और क्रोएशियाई गोल कीपर ने अनुमान से बाईं तरफ डाइव लगा दी। लेकिन ग्रीजमान की किक दाईं तरफ से सीधे गोल में जा घुसी। फ्रांस ने समर्थकों के जोशीले शोर के बीच २-१ की बढ़त बना ली।
इसके बाद हाफटाइम तक क्रोएशियाई खिलाड़ियों ने बराबरी की भरपूर कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके।
दूसरे हाफ में फ्रांस ने एक बार फिर गोल किया और क्रोएशिया पर 3-1 से बढ़त बना ली। पॉल पोग्बा ने फ्रांस के लिए 59वें मिनट में यह गोल दागा। फ्रांस की बढ़त 3-1 होते ही उसके समर्थकों और कोच ने एक तरह से नृतय कर अपनी खुशी मनाई। इस गोल के बाद फ्रांस की स्थिति काफी मजबूत हो गई।
और 65वें मिनट में फ्रांस ने एक और गोल दाग दिया। एम्बाप्पे ने अपनी टीम को 4-1 से एक तरह से अजय बढ़त दिला दी।
हालांकि ६९वें मिनट में मारियो मांडजुकिक ने गोल करते हुए फ्रांस की बढ़त को कम कर दिया और क्रोएशिया के खेमे में उम्मीद की किरण जगाये रखी। मांडजुकिक ने अकेले ही गेंद ले जाकर गोलकीपर को छकाकर गेंद गोल में डाल दी। यह नजारा देखने लायक था। फ्रांस के गोलकीपर को भी नौमान नहीं लगा पाया कि मांडजुकिक एक चतुर शिकारी की तरह उनके पास पहुँच चुके हैं। फ्रांस की डिफेंस उस समय पूरी तरह चूक गयी थी। मुकाबले में फ्रांस अब भी 4-2 से आगे था। और उसकी यह बढ़त अंत तक बनी रही।