विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओमिक्रोन को लेकर चेतावनी के बाद देश का स्वास्थ्य महकमा सकते में है। कि कहीं कोरोना का ये नया रूप फिर से लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न कर दें। वहीं कोरोना की रोकथाम में अनिवार्य सेनेटाईजर और मास्क का बाजार फिर से जोर-पकड़ने लगा है।
बताते चलें, नवम्बर माह में कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण महानगरों के अलावा गांव-कस्बों के ज्यादा लोगों ने मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग कम कर दिया था।
लेकिन जैसे ही अब डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रोन का जोखिम ज्यादा है। मीडिया के माध्यम से गांव-गांव शहर–शहर तक बात पहुचंने पर लोग फिर से सतर्क हो गये है। और फिर, से मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग करने लगे है।
दिल्ली के दवा व्यापारियों का कहना है कि अक्टूबर और नवम्बर माह में लोगों ने मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग कम कर दिया था। जिसके कारण बाजारों से सेनेटाइजर और मास्क की बिक्री में तेजी से गिरावट आयी थी।
जैसे ही 4 दिन पहले डब्ल्यूएचओ और देश–दुनिया के डाक्टरों ने चिंता व्यक्त की ओमिक्रोन का खतरा डेल्टा वायरस से कहीं अधिक है। इससे बचाव के तौर पर हमें सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा। वहीं सेनेटाइजर और मास्क का भी प्रयोग करना होगा। इसके चलते गत चार दिनों में मास्क और सेनेटाइजर की बिक्री में इजाफा हुआ है।
लोग फिर से सेनेटाइजर और मास्क को खरीद रहे है। दवा व्यापारी पवन नारंग का कहना है कि कोई मुसीबत हो या अवसर इसके पीछे बाजार छिपा होता है। मौजूदा समय में ओमिक्रोन जैसी बीमारी से बचने के लिये लोगों ने फिर से सेनेटाइजर और मास्क को खरीदना शुरू किया है। जो चार दिन पहले बंद था। उनका कहना है कि छोटे-छोटे और पिछड़े इलाकों से फिर से सेनेटाइजर मास्क की मांग बड़ी है।