मोदी सरकार की अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार का सुझाव दे चुके मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को एक और हमला भाजपा पर करते हुए कहा कि उसने किसानों को देखा दिया है। भाजपा के ही समय में 2018 में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल नियुक्त किये गए सत्यपाल मलिक ने कहा भाजपा से अब उनकी खुली लड़ाई है।
बतौर राज्यपाल मलिक अक्टूबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं और चर्चा रही है कि किसान राजनीति को आगे ले जाते हुए वे सक्रिय राजनीति में आ सकते हैं। उनके जयंत चौधरी के राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) में जाने की अटकलें लंबे समय से रही हैं, हालांकि, उनका कहना है कि फिलहाल वे किसी दल विशेष का समर्थन या उसमें शामिल नहीं होंगे। यदि, गए तो वे 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
मालिक संभवता पहले राज्यपाल हैं जो इस तरह खुलकर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बोल रहे हैं। वैसे उन्होंने कहा है कि वे चुनाव की राजनीति नहीं करना चाहते। हालांकि, शामली में किसानों की रैली में जाने की बात उन्होंने एक निजी टेलीविजन के साथ बातचीत में जरूर कही है।
मालिक के मुताबिक वे किसानों की आवाज़ उठाते रहेंगे। उनके मुताबिक भाजपा ने किसानों के मामले में धोखा दिया है। मालिक के मुताबिक उनकी भाजपा से खुली लड़ाई है। इससे पहले मालिक मोदी सरकार की अग्निपथ भर्ती योजना की भी आलोचना कर चुके हैं। मलिक फिलहाल किसी दल का समर्थन नहीं करेंगे।