जम्मू-कश्मीर की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला के चीन की मदद से जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 को बहाल किए जाने के बयान ने तूल पकड़ लिया है। विवादित बयान के बाद राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने सोमवार को इस बयान को लेकर बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सांसद फारूक को देशद्रोही तक बता दिया।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि केवल फारूक अब्दुल्ला ऐसा कहते हैं, अगर आप इतिहास में जाएंगे और राहुल गांधी के हाल-फिलहाल के बयानों को सुनेंगे तो आप पाएंगे कि ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक पाकिस्तान को खुश कर रहा है तो दूसरा चीन को।
संबित पात्रा ने कहा, यह वही राहुल गांधी हैं जिन्होंने एक हफ्ते पहले कहा था कि प्रधानमंत्री कायर हैं, प्रधानमंत्री छुपा हुआ है, डरा हुआ है। असल में पाकिस्तान और चीन को लेकर जिस प्रकार की नरमी और भारत को लेकर जिस प्रकार की बेशर्मी इनके मन में है, ये बातें अपने आप में बहुत सारे सवाल खड़े करती है। देश की संप्रभुता और आजादी पर सवाल खड़े करना, किसी सांसद को शोभा नहीं देता है।
भाजपा प्रवक्ता की मानें तो पिछले महीने फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि आप अगर जम्मू-कश्मीर में जाकर वहां के लोगों से पूछेंगे कि क्या वे भारतीय हैं, तो लोग कहेंगे कि नहीं, हम भारतीय नहीं है। इसी तरह उन्होंने कहा कि अगर चीन का साथ मिल जाए तो अच्छा होगा। वे चीन की विस्तारवादी मानसिकता को न्यायोचित ठहरा चुके हैं। जबकि दूसरी और एक देशद्रोही बयान देते हैं कि भविष्य में हमें अगर मौका मिला तो हम चीन के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे।
दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि चीन के समर्थन से जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 और 35ए को लागू किया जाएगा। इससे संसद के मानसून सत्र में भी वे जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त 2019 से पहले की स्थिति बहाल करने की मांग कर चुके हैं।