चक्रवाती तूफान फानी ने ओडिशा के तट से टकराने के बाद काफी कहर बरपाया है। अब तक की ख़बरों के मुताबिक तीन लोगों की मौत हुई और यह सभी महिलाएं हैं। कई फ्लाइट्स और ट्रेन रद्द कर दी गयी हैं। ओडिशा सरकार ने ११ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है और शुक्रवार शाम तक अन्य लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी। चक्रवात अब बंगाल की तरफ बढ़ गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चक्रवात के कारण कई जगह पेड़ उखड़ गए और कुछ जगह वाहनों को में उड़ता देखा गया। तूफान के दौरान अलग-अलग जगह पर तीन महिलाओं की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक फानी की वजह से पुरी जिले के सखीगोपाल पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक युवती के ऊपर तूफान के दौरान एक पेड़ उखड़कर गिर गया। उसके नीचे दबने से उसकी जान चली गई। दूसरी घटना नयागढ़ जिले की है जहाँ एक कंक्रीट स्ट्रक्चर से मलबा उखड़कर एक महिला पर जा गिरा जिससे उसकी मौत हो गई। केंद्रपाड़ा जिले के देबेन्द्रनारायणपुर गांव में भी एक महिला की मौत की खबर है।
कई जगह तूफान ने भारी तबाही मचाई है। हले से अनुमान होने से सरकार ने समय से राहत-बचाव कार्य की तैयारी शुरू कर ली थी। इससे जान-माल का नुकसान बहुत कम हुआ है। बारिश और तेज हवाएं चलने के बीच राज्य सरकार ने ११ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था।
उधर हैदराबाद के मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा के तटीय क्षेत्र से टकराने पर वहां २४५ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस बीच लगातार हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। फानी की वजह से रेल, सड़क और हवाई यातायात पर प्रभाव पड़ा है। कोलकाता एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक बयान जारी कर बताया है कि यहां आने-जाने वाली फ्लाइट्स शुक्रवार दोपहर ३ बजे से लेकर शनिवार सुबह ८ बजे तक के लिए रद कर दी गई हैं। सौ से ज्यादा ट्रेन रद्द हुई हैं। पिछले ४३ सालों में मई माह में भारत के पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में उठा इतनी तीव्रता का यह पहला तूफान है। भुवनेश्वर में अभी तक हजारों पेड़ उखड़ गए हैं। कच्चे घरों को काफी नुकसान पहुंचा है।