प्रियंका गांधी वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने के बाद भाजपा नेताओं की बदजुबानी जारी है। कांग्रेस इसे भाजपा में मची खलबली बता रही है। मोदी सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रियंका को ”चॉकलेटी चेहरा” बताते हुए कहा कि उनके सहारे कांग्रेस अगला चुनाव जीतना चाहती है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश खन्ना, बिहार के मंत्री सुशील मोदी, बिहार के ही मंत्री विनोद नारायण जैसे नेता भी प्रियंका को लेकर टिप्णियां कर चुके हैं। प्रियंका की सक्रिय राजनीति में एंट्री पर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनकी तुलना करीना कपूर और सलमान खान से कर दी। कहा – ”कांग्रेस चॉकलेटी चेहरों के बूते पर अगला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है।”
विजयवर्गीय ने आगे कहा – ”कभी कोई कांग्रेस नेता मांग करता है कि करीना कपूर को भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़वाया जाए तो कभी इंदौर से चुनावी उम्मीदवारी को लेकर सलमान खान के नाम पर चर्चा की जाती है। इसी तरह, प्रियंका को कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में ले आया जाता है। अगले लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने के लिए कांग्रेस के पास मजबूत नेता नहीं हैं। इसीलिए वह ऐसे चॉकलेटी चेहरों के माध्यम से चुनाव लड़ना चाहती है।”
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की नेता साध्वी प्राची ने प्रियंका पर विवादित टिप्पणी की और उन्हें बरसाती मेंढक कहा। प्राची ने कहा – ”प्रियंका बरसाती मेंढक हैं। जब चुनाव आते हैं तभी राजनीती में आती हैं। अब महासचिव बनाना कांग्रेस की मजबूरी है। मां-बेटा दोनों जमानत पर हैं।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के मंत्री विनोद नारायण झा ने भी प्रियंका गांधी को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा – ”कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा में सुंदर होने के अलावा, मुझे कोई गुण नहीं दिखता। प्रकृति ने उन्हें सुदंर बनाया है लेकिन कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि सुंदरता से वोट नहीं मिलते।”
योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री भी बदजुबानी के दलदल में उतर गए। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी ने प्रियंका और राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उपेंद्र तिवारी ने कहा – ”लोकसभा चुनाव आते-आते प्रियंका गांधी के लड़के भी राजनीति में आ जाएगें, क्योंकि राहुल गांधी के पास तो है नहीं।”
प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने के बाद बीजेपी सांसद विनय कटियार ने भी विवादित टिप्पणी की। कटियार ने कहा – ”प्रियंका गांधी एक सुंदर महिला जरूर हैं, लेकिन उनसे ज्यादा सुंदर महिलाएं बीजेपी में हैं जिनको चुनाव प्रचार में लगाया जा सकता है।”
प्रियंका पर विवादित बयान देने वाले नेताओं में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा था – ”प्रियंका के राजनीति में आने से लोकसभा चुनावों के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शून्य में शून्य जोड़ने का परिणाम शून्य ही आता है। इससे चुनावी नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उनकी नियुक्ति के साथ कांग्रेस ने राजनीतिक वंशवाद की अपनी संस्कृति को ही बढ़ाया है।”
बिहार के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी बीते गुरुवार को रॉबर्ट वाड्रा के बहाने पर प्रियंका पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा – ”प्रियंका के राजनीति में आने से भाजपा को लाभ होगा। प्रियंका की नियुक्ति से उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के घोटाले का मामला सुर्खियों में आ जाएगा। इससे भाजपा को लाभ होगा।”