मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक कमरे के बाहर एक और नेम प्लेट टंग गयी – प्रियंका गांधी वाड्रा महासचिव। अमेरिका से लौटते ही कांग्रेस की नई महासचिव पार्टी कार्यकर्ताओं के अपार जोश और उम्मीदों के बीच सक्रिय भी हो गईं। दो दिन बाद ही वे अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपी के दूसरे महासचिव माधव राव सिंधिया और साथ बैठक में हिस्सा लेंगीं।
कुछ रोज पहले ही उन्हें अध्यक्ष राहुल गांधी ने महासचिव का जिम्मा सौंपा है और यूपी में पूर्वांचल हिस्से का जिम्मा दिया है जहाँ से पीएम मोदी और सीएम योगी लोक सभा के सदस्य हैं। उनकी सीटें क्रमशः वाराणसी और गोरखपुर हैं।
अमेरिका दौरे से लौटने के बाद अब कांग्रेस उनकी धूमधड़ाके के साथ ताजपोशी की तैयारी कर रही है। पार्टी के दिल्ली स्थित कार्यालय में एक कमरे के बाहर प्रियंका गांधी वाड्रा की नेम प्लेट लगा दी गयी है। महासचिव पद का कार्यभार संभालने के बाद प्रियंका गांधी इस कार्यालय से पार्टी का कामकाज देखेंगी।
प्रियंका के लिए बड़ी चुनौती यह है कि उन्हें भाजपा और हाल में बने सपा-बसपा गठबंधन के दोहरे राजनीतिक के बीच से कांग्रेस को सम्मानजनक सीटें जीताने हैं। उन्हें तेज तर्रार नेता माना जाता है और दादी इंदिरा गांधी से उनके चेहरा-मोहरा और हाव-भाव मिलने से लोगों के बीच उनका जबरदस्त आकर्षण देखा जाता है।
प्रियंका ने अमेरिका से लौटते ही सक्रियता दिखाते हुए भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ता ही नहीं आम लोग भी प्रियंका की ताजपोशी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राहुल ने सात फरवरी को राज्यों के पदाधिकारियों की एक बैठक तालाब की है जिसमें प्रियंका उपस्थित रहेंगी। दो दिन बाद नौ फरवरी को होने वाली कांग्रेस प्रदेश प्रभारियों और विधायकों की बैठक में भी वह शामिल होंगीं।
यह भी चर्चा रही है कि प्रियंका कुंभ में स्नान के लिए भी जा सकती हैं हालाँकि कांग्रेस की तरफ से अभी इसकी कोइ आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है। उनके साथ राहुल की भी कुम्भ स्नान की ख़बरें मीडिया में आती रही हैं।