उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना ने जहां देश भर में गुस्से की नई लहर पैदा कर दी है, वहीं राजनीतिक नुक्सान की भरपाई में जुटी योगी सरकार ने परिवार के लिए आर्थिक मदद के साथ-साथ कांग्रेस नेता और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी को हाथरस में परिवार में न मिलने देने की भी तैयारी कर ली है। प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा दी है और हाथरस की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। प्रियंका गांधी के हाथरस में परिवार से मिलकर दुःख साझा करने का कार्यक्रम है, वहीं राहुल गांधी के भी वहां जाने की ख़बरें हैं। दोनों दिल्ली से हाथरस के लिए निकल गए हैं। उधर इस दौरान यूपी के ही बलरामपुर में भी रेप की घटना हुई है।
आधी रात को गैंगरेप की पीड़ित लड़की का शव बिना परिवार की मंजूरी के जला देने की यूपी पुलिस की करतूत से हर जगह थू-थू हो रही है। इस घटना से पूरे देश में यूपी में क़ानून व्यवस्था और प्रशासन को लेकर बहुत ख़राब संदेश गया है। यूपी में लगातार इस तरह की घटनाएं हुई हैं, जिससे योगी के नेतृत्व को लेकर भी सवाल इतने लगे हैं।
हाथरस में गैंगरेप और उसके बाद अमानुषिकता की शिकार हुई पीड़िता के परिवार का विरोध जारी है। देश भर में इस परिवार के प्रति सहानुभूति की लहर है और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
इस बीच योगी सरकार ने इस घटना के राजनीतिक नुक्सान को महसूस करते हुये कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार से न मिलने देने की ठान ली है। प्रशासन ने हाथरस में धरा 144 लगा दी है। पूरी हाथरस की नाकेबंदी कर ली गयी है ताकि परिंदा भी पर न मार सके। प्रियंका के पीड़ित परिवार से मिलने के खबर है। राहुल गांधी भी हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मिलना चाहते हैं।
जानकारी के मुताबिक यदि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को हाथरस की सीमा पर हे रोक लिया जाता है तो दोनों नेता हाथरस की सीमा पर ही धरने पर बैठ सकते हैं। वहां कांग्रेस के नेता पहले से मौजूद हैं। वे हाथरस में भी प्रदर्शन और पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग कर चुके हैं। हाथरस सीमा पर भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गयी है।