प्रशांत किशोर ने भले ही अलग से पार्टी बनाने की घोषणा न की हो पर सियासी हलचल तेज हो गयी है। क्योंकि प्रशांत किशोर का कहना है कि देश की सत्ता का अलर मालिक कोई है तो वो हां देश की जनता है। इससे साफ मैसेज है कि प्रशांत किशोर जनता में जाकर अपनी पार्टी बनाने का ऐलान कर सकते है।
बताते चलें प्रशांत किशोर ने हाल में कांग्रेस पार्टी से बात न बनने पर उन्होंने ये मैसेज दिया है। जानकार का कहना है कि अगर प्रशांत किशोर अपनी अलग से पार्टी बनाते है तो ये आने वाला वक्त ही तय करेगा कि वह राजनीति में कितने सफल होते है। लेकिन इतना जरूर है कि पार्टी का संचालन और प्रबंधन सही तरीके से कर सकते है।
बिहार के ही रहने वाले व राजनीतिक जानकार विनोद कुमार का कहना है कि किसी स्थापित पार्टी को चुनाव में जीत दिलाना अलग होता है। वहीं अपनी पार्टी को स्वयं से अलग खड़ा करके पार्टी में सभी प्रत्याशियों को जीत दिलाना एक अलग बात है। वैसे उन्होंने भाजपा, कांग्रेस, सपा और तृणमूल कांग्रेस पार्टी सहित आप पार्टी में अहम भूमिका निभाई है।
जानकार का कहना है कि बिहार से प्रशांत किशोर राजनीति शुरू कर सकते है।प्रशांत किशोर को लेकर अन्य सियासी दलों का मानना है कि एक दौर था जब आप पार्टी को जनता ने मौका दिया है। और आप पार्टी की सरकार तक बनवा दी है। लेकिन अब सियासी समीकरण बदले हुए है। लोगों का मिजाज भी बदला है। ऐसे में प्रशांत किशोर कितने सफल राजनीतिज्ञ होते है ये आने वाला समय ही बताएंगा।