सारा और कार्तिक की फिल्म ‘लव आजकल कितनी अलग है?
एक अलग दुनिया है। एक अलग ज़माना है। 11 वर्षों में काफी चीज़ें बदल गयी हैं। मेरे अभिनय की अगर आप बात करें, तो यह आज की लड़की का प्रतिनिधित्व करती है। जिस तरह से करियर आजकल बहुत महत्त्वपूर्ण हो गया है, शायद इसलिए भी; क्योंकि औरतें आर्थिक रूप से भी स्वतंत्र हो चुकी हैं। इसी वजह से कोई भी महिला किसी भी रिश्ते में आकर अपना अधिकार भी माँग सकती है। पहले रचनात्मक सीमाओं की वजह से वह अपने अधिकार माँग नहीं सकती थी। पर अब ऐसा नहीं है।
क्या आप मानती हैं कि एक अभिनेता के जीवन में सफलता के बावजूद तन्हाई बसती है?
जी, सफलता के बाद दरअसल में अभिनेता के जीवन में ज़्यादा तन्हाई बसती है; क्योंकि आप कलाकार हैं, तो आपको यह पता नहीं चलता है कि कौन किस वजह से आपसे बात कर रहा है। आपको कहीं-न-कहीं यह भी महसूस होता है। आपके कॉलर लिस्ट और जो आपको अक्सर कॉल करते हैं, उनकी लिस्ट बदलती रहती है। आप फिल्म के बाहर भी अपने आपको ढूँढें, क्योंकि यहाँ पर आपको बहुत प्यार और इज़्ज़त मिलती है। पर यह सब कुछ टाइम-टाइम की बात होती है। अगर आप यहाँ पर अपने आप के लिए स्थाई स्थान ढूँढेंगे, तो अपने आपको बहुत ही अकेला पाएँगे।
अकेलापन खत्म करने के लिए बतौर अभिनेत्री आप कुछ करना चाहेंगी?
एक अभिनेता या अभिनेत्री को अपने आप को हमेशा यह बात याद दिलाते रहनी चाहिए कि वह एक कलाकार है। अगर आप कलाकार हैं, तो आप ऐसा काम करते हैं, जिससे आप और सभी लोग प्यार करते हैं। यह बहुत अच्छी बात है, लेकिन जब आप घर जाते हैं, तो आपको वही बनना चाहिए, जो आप कलाकार बनने से पहले होते हैं। क्योंकि वहाँ आपकी ज़िन्दगी है, आपका काम नहीं है। जो आपके साथ हमेशा रहेगा, वह आपका साधारण व्यक्तित्व है और आपका परिवार है। या फिर आपके दोस्त आपके साथ हमेशा रहेंगे। आपको अपनी जड़ें कभी भी नहीं छोडऩी चाहिए। जड़ों से जुड़े रहना आपके लिए बहुत ज़रूरी है।
कार्तिक आर्यन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा? अब क्या आप दोनों जीवन भर दोस्त रहेंगे?
हम दोनों जीवन भर दोस्त रहें, ऐसी मैं आशा करती हूँ। जहाँ तक कार्तिक के साथ काम करने का अनुभव रहा, बहुत ही बढिय़ा रहा। कार्तिक बहुत ही को ऑपरेटिव अभिनेता हैं। वह अपने को एक्टर को बहुत ही प्रोत्साहित करते हैं।
रिएक्शंस देना तो उनका काम है, किन्तु उन्होंने इससे भी ज़्यादा किया है। उन्होंने मुझे खड़े होकर मेरे शॉट के दौरान मुझे ‘क्यू भी दिया है। और ऐसा उन्होंने हमेशा ही किया है। यह सब सहयोग उनकी तारीफ के काबिल है।
सारा के लिए प्यार के क्या मायने हैं?
प्यार को हम शब्दों में बयाँ नहीं कर सकते हैं। यह एक ऐसी अनुभूति होती है, जिसे हम महसूस कर सकते हैं। फिल्म ‘लव आजकल में हम इसी कोशिश में लगे रहते हैं कि प्यार के बारे में हम आपसे कुछ-न-कुछ बाँट सकें। मुझे लगता है प्यार का एहसास बहुत अच्छा है। चाहे वह शारीरिक हो, मानसिक हो।
प्यार के बिना मज़ा नहीं है। प्यार नहीं है, तो यह तो ऐसे हुआ, जैसे फिर किसी का भी हाथ पकड़ लो।
आप अपने आपको किस हद तक सुरक्षित महसूस करती हैं?
मुझे नहीं लगता यहाँ पर कम्फर्ट और सिक्योरिटी ढूँढी जा सकती है। मेरी पहली फिल्म ‘केदारनाथ से ही मुझे बहुत प्यार मिला है। यह बात मैं खूब अच्छी तरह जानती हूँ। मुझे नहीं लगता मैं इसकी हकदार भी हूँ। क्योंकि मैंने उस समय तक कुछ भी नहीं किया था और मुझे आज भी यही लगता है कि मैंने अभी तक भी ऐसा कुछ खास नहीं किया है। बस सभी का प्यार मिलता रहे और मैं उसके लायक बनूँ, बस इसी की मुझे उम्मीद है। मुझे मौके मिलते रहें और मैं अपने आपको साबित करती रहूँ, ताकि मैं वाकई उस प्यार की हकदार रहूँ। रही बात ज़िन्दगी बदलने की, तो पेशे से हमारी ज़िन्दगी हर शुक्रवार को बदलती रहती है। पर एक कलाकार का सीखना कभी बन्द नहीं होना चाहिए, अगर वह बन्द हो गया तो समस्या हो जाएगी।
ऐतिहासिक, सपोर्ट या राजनीति से जुड़े किस व्यक्तित्व की बायोपिक करना चाहेंगी सारा?
मैं सभी क्षेत्र से जुड़े लोगों की अलग-अलग कहानियाँ करना चाहूँगी। लेकिन मिस्टर भंसाली मुझे रानी बना दें (कोई भी रानी) तो मुझे बहुत मज़ा आयेगा।