कुछ दिन पहले प्रदेश के पुलिस प्रमुख के पद से हटाए गए परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शनिवार को एक चिट्ठी लिखकर एनसीपी नेता और गृह मंत्री अनिल देशमुख पर बहुत गंभीर आरोप लगाया है। सिंह ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तार एएसआई सचिन वाजे को कथित तौर पर गृह मंत्री देशमुख ने वसूली करने के लिए कहा था। देशमुख ने इन आरोपों को गलत बताया है। इस घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है।
परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को यह चिट्ठी आज लिखी है जिसके बाद महाराष्ट्र ही नहीं देश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। बता दें कुछ दिन पहले ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अनिल देशमुख को दिल्ली तलब किया था और उनसे काफी लम्बी बातचीत की थी। परमबीर सिंह के आज के आरोप को देशमुख ने भले गलत बताया है, इस घटनाक्रम के बाद देशमुख की कुर्सी के लिए खतरा पैदा हो गया है।
परमबीर सिंह के उनपर गंभीर आरोप लगाने के बाद अनिल देशमुख ने वापस आरोप लगाया है कि खुद को बचने के लिए परमबीर सिंह ने उनपर यह आरोप लगाया है। उधर मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की तरफ से कथित तौर पर वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये देने को कहा गया था। वजे इस समय मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक मामले में गिरफ्तार हैं।
परमबीर सिंह ने पत्र में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक मामले में गिरफ्तार असिस्टेंड पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे को वसूली करने को कहा गया था। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की तरफ से वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये देने को कहा गया था। परमबीर ने और भी कई आरोप लगाए हैं।