पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती लड़ सकती है मध्यप्रदेश से उपचुनाव

पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती मध्यप्रदेश में होने वाले   विधान सभा के उपचुनाव में चुनाव लड़ सकती है।चुनाव 27 सीटों पर होना है ।बताते चले उमा भारती केन्द्र सरकार में कई बार मंत्री रही है और वह बुन्देलखण्ड के टीकमगढ जिले से आती है । इस लिहाज से वे बुन्देलखण्ड में स्थापित व बडी नेता मानी जाती है। 2014 के उत्तर –प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखण्ड के झांसी –ललितपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीती थी और मोदी सरकार में मंत्री भी बनायी गयी थी। लेकिन  2019 के लोकसभा चुनाव में वे किसी भी संसदीय क्षेत्र से चुनाव ना लडी थी।

लेकिन राजनीति में जो लम्बी पारी खेल चुका हो, उसे अचानक राजनीति और सत्ता की चमक-धमक से दूर कर दिया जाये, तो नेता के साथ –साथ उनके चाहने वाले मायूस हो जाते है। इसी क्रम में उमा भारती के चाहने वालों का उन पर दबाव है , कि वे मध्य –प्रदेश की सियासत में दखल दें । मध्य –प्रदेश के हिस्से वाले छतरपुर जिले की बडा मलहरा विधान सीट से वह चुनाव लड सकती है।  हालांकि अभी भाजपा प्रदेश इकाई ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।लेकिन पूरे बुन्देलखण्ड में और छतरपुर जिले में उमा भारती के नाम को लेकर सियासत तेज हो गयी है। जानकारों व भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि उमा भारती राष्ट्रीय नेता रही है ।लेकिन राजनीति और सत्ता से अचानक उनका दूर हो जाना, जो भी सियासी मायने निकाले जाये, पर हकीकत ये है कि उनकी पार्टी और राजनीति में उपेक्षा होने लगी है। भले ही  उभा भारती कुछ ना कहें लेकिन मध्य –प्रदेश की सियासत में उनको अचानक दरकिनार कर दिया गया है। भाजपा के एक नेता का कहना है कि राम मंदिर आंदोलन से लेकर अटल – आडवाणी के शासन काल में उनका पार्टी में अच्छा खासा दबदबा रहा है। वे एक बार मध्य –प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी है।यहां के लोगों का कहना है कि अगर उमा भारती चुनाव लडती है तो पूरे बुन्देलखण्ड में नये समीकरणों का बल मिलेगा क्योंकि भाजपा के साथ –साथ कांग्रेस भी अब बुन्देलखण्ड में पूरे दमखम के साथ चुनाव लडने के मूढ में है।