पुलवामा हमले के बाद पहली बार पाकिस्तान में चुनी सरकार के मुखिया पीएम इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि पुलवामा घटना में पाकिस्तान का कोइ हाथ नहीं। ”मेरा हिन्दुस्तान की सरकार को ऑफर है कि इस हमले में शामिल लोगों को लेकर वे मिलकर तहकीकात को तैयार हैं।”
इमरान खान ने कहा कि हम सऊदी अरबिया के क्राउन प्रिंस के दौरे को लेकर व्यस्त थे। ”कोइ बेबकूफ ही होगा जो इस अहम् मौके पर इस तरह (पुलवामा हमला) करके इस दौरे को सेबोटेज करना चाहेगा। भारत ने बिना सबूत के हमारे ऊपर पुलवामा का आरोप लगाया है। वहां (भारत) में चुनाव हैं और वहां कुछ लोग समझते हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए और इससे बूस्ट मिलेगी। लेकिन ऐसी स्थिति में हम रेटेलिएट करने को मजबूर होंगे। जंग शुरू करना आसान है लेकिन यह कहाँ जाएगी यह अल्लाह ही जानता है।”
इमरान ने कहा कि कौन सा क़ानून है जो आपको (भारत) वकील और जज बनने की इजाजत देता है। हमारा इस हमले से कोइ लेना देना नहीं है। ”मेरा ऑफर है कि भारत हमें सबूत दे यदि हमला करने वाले हमारी धरती के लोग हुए हम उन्हें सजा देंगे। न तो हम अपनी धरती के दहशतगर्दी के लिए इस्तेमाल के हक़ में है और न ही यह बर्दाश्त कर सकते हैं कोइ हमारा इसके लिए इस्तेमाल करे।”
पाक पीएम ने कहा कि अब यहाँ एक नया पाकिस्तान है। हम समझते हैं कि इस तरह की चीजों (भारत में दहशतगर्दी) में कोइ फायदा है। मिलिटरी से मसला हल नहीं होगा। अफगानिस्तान में भी इससे कोइ फायदा नहीं हुआ है। भारत को यह समझना चाहिए। बातचीत के लिए तैयार है।”
हालांकि इमरान ने कश्मीर का राग भी अलापा और कहा कि ”भारत को यह समझना चाहिए कि क्यों कश्मीरी बच्चे यह सब कर रहे हैं। क्यों वे अपनी जानें झोंक रहे हैं। वहां मिलिटरी उनपर जुल्म करती है। यब सब उसका नतीजा है और भारत हम पर आरोप लगाता है।”