आखिर सेना ने पुलवामा हमले के ७२ घंटे के भीतर इसके मास्टरमाइंड अब्दुल रशीद गाज़ी उर्फ़ कामरान गाज़ी को पिंगलान (पुलवामा) में मार गिराया है जो जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी था। एक और आतंकी को भी ढेर किया गया है हालाँकि उसकी अभी पहचान नहीं हुई है।
सेना ने कामरान के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की है हालाँकि, यह बताया गया है कि वो कामरान ही है जो पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड था। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जवानों का हौसला ऊंचा है और वे आतंकियों का सफाया करके ही चैन लेंगें।
मुठभेड़ अभी जारी है और इसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल और दो जवान घायल हुए हैं। सेना को आशंका है कि अभी एक और आतंकी छिपा हो सकता है। इससे पहले इस मुठभेड़ में सुबह एक मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए थे। शहीद होने वालों में मेजर वीएस ढौंडियाल, हवलदार श्योराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं।
कामरान गाजी की गिनती खूंखार पाकिस्तानी आतंकियों में की जाती थी। गाजी जैश के सरगना मसूद अजहर का करीबी था। मसूद के दो भतीजों को सुरक्षा बलों ने पहले ही मार गिराया था। मसूद अजहर कामरान के सबसे भरोसेमंद आतंकी कमांडर गिना जाता था। घाटी में आतंकियों की भर्ती करने और उन्हें ट्रेनिंग की जिम्मेदारी मसूद ने कामरान को ही दे रखी थी। माना जाता है कि पुलवामा आतंकी हमले के पीछे मास्टरमाइंड कामरान गाजी ही था। उसे आईईडी विशेषज्ञ भी माना जाता था।
पुलवामा के पिंगलान में अर्ध रात्रि से चल रही मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए। जहाँ यह मुठभेड़ हुई वो जगह पुलवामा आतंकी हमले की जगह से करीब ९ किलोमीटर दूर है।
सोमवार की इस मुठभेड़ में शहीद होने वाले सैनिक ५० आरआर के थे। शहीद होने वालों में मेजर वीएस ढौंडियाल, हवलदार श्योराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं। मुठभेड़ में एक नागरिक की भी मौत हो गई है।
पुलवामा के पिंगलान इलाके में आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिलने के बाद सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया। घटनास्थल पर पथरबाज भी सक्रिय दिखे जो सेना के खिलाफ नारे लगा रहे थे।