आखिर गुरुवार सुबह रूस ने यूक्रेन पर हमला करने का ऐलान कर दिया। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह आदेश जारी करते हुए यूक्रेन से कहा है कि उसकी सेना हथियार डाल दे। हालांकि, पुतिन ने कहा कि ‘उनका यूक्रेन पर कब्ज़ा करने का इरादा नहीं है’। रूस ने कुछ देर पहले दावा किया कि उसकी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव के हवाई अड्डे पर कब्ज़ा कर लिया है।
अभी भी हजारों भारतीय छात्र और आज कीव जाने वाली एयर इण्डिया की फ्लाइट रद्द कर दी गयी है। यूक्रेन में धामकों की आवाजें भी सुनी गयी हैं। बहुत से जानकार यह कहते रहे हैं कि रूस- यूक्रेन तनाव यदि युद्ध में बदलता है तो इससे विश्व युद्ध का रास्ता भी खुल सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने एक टीवी ब्रॉडकास्ट – ”मैंने मिलिट्री ऑपरेशन का निर्णय किया है।” उधर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने अपील की है कि रूस हमला रोक ले। अभी तक की रिपोर्ट्स हैं कि रूस की सेना क्रीमिया के जरिये यूक्रेन में घुस रही है। क्रीमिया को रूस ने 2014 के यूक्रेन पर हमले में उससे अलग कर दिया था। एक दिन पहले ही पुतिन ने दुनिया से क्रीमिया को रूस के हिस्से के रूप में मान्यता देने को कहा था।
राष्ट्रपति पुतिन ने हमले का ऐलान करते हुए यूक्रेन सेना से हथियार डालने को कहा है। पुतिन ने कहा कि उनका यूक्रेन पर कब्जा करने का विचार नहीं है। यूक्रेन को रूस सेना ने पहले ही चारों तरफ से घेर लिया है। इसमें बेलारूस भी उसका साथ दे रहा है। याद रहे चार दिन पहले राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के अलगाव ग्रस्त प्रांतों दोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र घोषित करते हुए उन्हें मानयता दे दी थी।
बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आशंका जताई थी कि ‘रूस आने वाले दिनों में यूरोप में एक बड़ा युद्ध शुरू कर सकता है। युद्ध की आंशका के मद्देनजर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कुछ दिन पहले अपने रूसी समकक्ष के साथ बैठक को रद्द कर दिया था।
अमेरिका कह रहा है कि ‘रूस के अपराधों के लिए उसे सबक सिखाने के लिए सभी को पूरी ताकत से एक हो जाना चाहिए।’ राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन को लेकर रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा कर चुके हैं। इनमें रूस के दो बड़े वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंध शामिल है।