ग्वांगझू में रविवार को भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने इस साल खिताब के सूखे तो तोड़ते हुए जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर
वर्ल्ड टूर फाइनल्स का फाइनल जीत लिया। सिंधु का करियर का यह १४वां खिताब है।
फाइनल में दुनिया की दोनों शानदार खिलाडियों के बीच प्रतिस्पर्धा का अनुपम उदाहरण दिखा। भारतीय खिलाड़ी ओकुहारा पर भारी पड़ीं। मैच का पहला पॉइंट ओकुहारा ने जीता लेकिन सिंधु ने जल्द ही वापसी करते हुए बढ़त बना ली। उन्होंने अच्छे स्मैश लगाए और शटल को जापानी खिलाड़ी की पहुंच से दूर रखते हुए अंक हासिल किये।
पहले गेम में सिंधु ५-१ से आगे चल रही थीं लेकिन इसके बाद ओकुहारा ने बेहतर खेल दिखाते हुए स्कोर ५-७ कर लिया। इससे चौकन्नी हुईं सिंधु ने फिर अच्छा खेल दिखाया। ओकुहारा ने कुछ गलतियां कीं जिससे पहले गेम में ब्रेक तक सिंधु ने ११-६ की बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद भी सिंधु ने बढ़त बनाये रखी और स्कोर १४-६ हो गया।
लेकिन जापानी खिलाड़ी ने इसके बाद ऐसी वापसी की कि आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहीं सिंधु के लिए अंक हासिल करना मुश्किल हो गया। ओकुहारा ने ताबड़-तोड़ अंक हासिल कर स्कोर १६-१६ कर लिया जिससे सिंधु पर दवाब बन गया। इसके बाद मुकाबले में खूब संघर्ष दिखा और सिंधु ने पहले 20-17 की बढ़त बना ली। फिर ओकुहारा ने दो अंक जीते लेकिन अंतता सिंधु ने २१-१९ से पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में सिंधु ५-२ की बढ़त के बाद चेंजओवर के समय ११-९ से आगे थीं। ओकुहारा ने सिंधु पर लंबी रैली खेलने का दबाव बनाया। लेकिन ओकुहारा की गलतियों ने सिंधु को दूसरा गेम २१-१७ से जिता दिया। सेमीफाइनल में सिंधु ने थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन को २१-१६, २५-२३ से हराकर लगातार दूसरे साल फाइनल में जगह बनाई थी।