पंजाब यूनिवर्सिटी के इलेक्शन में पहली बार लड़कियों ने बाजी मारने का रेकार्ड बना दिया है। स्टूडेंट फेडरेशन फॉर सोसाइटी पार्टी की कनुप्रिया ने प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को पछाड़कर अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कनुप्रिया ने एबीवीपी के उम्मीदवार को हराया। पंजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स इलेक्शन में पहली बार कोई महिला ने बाजी मारी है। स्टूडेंट फेडरेशन फॉर सोसाइटी पार्टी की कनुप्रिया को 2802 वोट मिले जबकि आशीष 2083 वोट ही जुटा पाए।
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के स्टूडेंट्स इलेक्शन में अध्यक्ष पद पर इस बार स्टूडेंट फॉर सोसाइटी ने कब्जा जमाया है। यहां पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र पंजाब, हरियाणा, हिमाचल जैसे राज्यों के हैं। इस बार यहां नया इतिहास रचा गया है। कनुप्रिया ने अपनी जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह मेरी नहीं स्टूडेंट्स की जीत है। एसएफएस लंबे समय से स्टूडेंट्स के राइट्स के लिए लड़ता रहा है।
अभी तक यहां कांग्रेस की एनएसयूआई, एबीवीपी और अकाली दल की सोई और हरियाणा के लोकदल की इनसो पार्टियों का ही दबदबा रहा है। लेकिन इस बार स्टूडेंट फॉर सोसाइटी (एसएफएस) की उम्मीदवार जियोलॉजी विभाग की स्टूडेंट कनुप्रिया ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। कनुर्पिया ने सोई-इनसो-आइएसए-हिमासू पैनल के प्रत्याशी इकबाल प्रीत सिंह को हराया। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में करीब चार साल पहले स्टूडेंट फॉर सोसाइटी छात्र संगठन का गठन किया गया।