प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को झारखंड में पीएम जनमन अभियान का ऐलान किया है। साथ ही पीएम मोदी ने जनजाति गौरव के प्रतीक भगवान बिरसा मुंडा को उनके जन्म स्थान पर जाकर श्रद्धांजलि भी अर्पित करने के बाद इस नई योजना की घोषणा की और बताया कि भारत सरकार इस महाअभियान पर 24 हजार करोड़ रूपये खर्च करने जा रही है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, “पीएम जनमन के तहत सबसे पिछड़े आदिवासियों तक सरकार पहुंचने वाली है, जिन्हें अब तक नजर अंदाज किया गया। विकसित भारत का संकल्प का एक प्रमुख आधार है पीएम जनमन यानी पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान, सामाजिक न्याय जनरल, मोदी हिम्मत करके निकला है आदिवासी न्याय अभियान लेकर।”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, “आजादी के बाद कई दशकों तक आदिवासी समाज को लगातार नजरअंदाज किया गया। अटल जी की सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया और बजट दिया। हमारी सरकार के दौरान अब आदिवासी कल्याण का बजट पहले के मुकाबले छह गुना बढ़ चुका है। पीएम जनमन के तहत सरकार उन आदिवासी भाई बहनों तक पहुंचेगी जिन तक अभी नहीं पहुंचा गया है। ये वो जनजातीय समूह हैं जिनमें से ज्यादातर अब भी जंगलों में रहने को मजबूर हैं। और उन्होंने अभी तक रेल देखने की बात तो छोड़े रेल की आवाज भी नहीं सुनी है अभी तक।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, “देश में 22 हजार से ज्यादा गांवों में रह रहे ऐसे 75 जनजातियों में सबसे पीछे रह गए आदिवासी है। देश में इनकी संख्या लाखों में है। इन सबसे पिछड़े आदिवासियों को आजादी के 75 साल बाद मूलभूत सुविधाएं नहीं मिली। कभी पक्का मकान नहीं मिला। कई पीढ़ियों में बच्चों ने स्कूल का मुंह नहीं देखा।”
आपको बता दें, 17 नवंबर को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान होना है। इन दोनों ही राज्यों में आदिवासियों की बड़ी आबादी बसती है। और मतदान से ठीक पहले पीएम मोदी का इस योजना को लेकर ऐलान करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है।