पीएम मोदी ने जम्मू में कहा, हम दूर‍ियां मिटाना चाहते हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू में एक जनसभा में रविवार को कहा कि अनुच्छेद 370 हटाकर उनकी सरकार ने वहां के लोगों को ताकतवर बनाया है और इससे लोकतंत्र मजबूत हुआ है। इस दौरे के दौरान पीएम ने करीब 20,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि हम दूरियां मिटाना चाहते हैं।

जम्मू के पल्ली में जनसभा को सम्बोधित करते हुए पीएम ने कहा – ‘मैं जम्मू-कश्मीर के नौजवानों से कहना चाहता हूं, साथियों मेरे शब्दों पर भरोसा कीजिए, घाटी के नौजवान आपके माता पिता को, आपके दादा-दादी को, आपके नाना-नानी को जिन मुसीबतों से जिंदगी जीनी पड़ी मेरे नौजवान आपको कभी भी ऐसी मुसीबतों से जिंदगी जीनी नहीं पड़ेगी। मैं ये करके दिखाऊंगा। ये मैं आपको विश्वास दिलाने आया हूं। हम दूरियां मिटाना चाहते हैं।’

पीएम ने कहा कि आजादी के अमृत काल यानी आने वाले 25 वर्षों में नया जम्मू कश्मीर विकास की नई गाथा लिखेगा। उन्होंने कहा – ‘आजादी के सात दशक के दौरान जम्मू कश्मीर में मात्र 17,000 करोड़ रुपये का ही प्राइवेट इंवेस्टमेंट हो पाया था। पिछले दो साल में ये आंकड़ा 38,000 करोड़ रुपये पहुंचा है। कभी दिल्ली से एक सरकारी फाइल चलती थी, तो जम्मू कश्मीर पहुंचते-पहुंचते 2-3 हफ्ते लग जाते थे। मुझे खुशी है कि आज 500 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट सिर्फ 3 हफ्ते के अंदर यहां लागू हो जाता है, बिजली पैदा करना शुरू कर देता है।’

उन्होंने कहा कि अब बनिहाल काजीगुंड टनल से जम्मू और श्रीनगर की दूरी 2 घंटे कम हो गई है। ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला को लिंक करने वाला आकर्षक आर्क ब्रिज भी जल्द देश को मिलने वाला है। पीएम ने कहा कि दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे जनता को जल्द मिलेगा। जल्द ही कन्याकुमारी से वैष्णो देवी के लिए एक सड़क बनाई जाएगी।

पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पर्यटन कारोबार बढ़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि जून-जुलाई तक सभी पर्यटन स्थल बुक हो चुकेंगे। जितने पर्यटक साल में नहीं आते उतने सैलानी कुछ ही महीनों में यहां पहुंच चुके हैं। देश के हर जिले में अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। इसके इर्द-गिर्द पेड़ पौधे लगाए जाएंगे।

मोदी ने देश के चुने हुए प्रतिनिधियों से कहा कि पंचायत हो पार्लियामेंट, कोई भी काम छोटा नहीं है। यहां अपने कामों से हम अपने देश को आगे ले जा सकते हैं। अगर पंचायत में बैठ कर यह संकल्प लें कि तो देश को आगे बढ़ाने के लिए काम करूंगा तो देश आगे बढ़ेगा।

उन्होंने कहा – ‘सरकार की कोशिश यही है कि गांव के विकास से जुड़े हर प्रोजेक्ट को प्लान करने, उसके अमल में पंचायत की भूमिका ज्यादा हो। इससे राष्ट्रीय संकल्पों की सिद्धि में पंचायत अहम कड़ी बनकर उभरेगी। धरती मां को केमिकल से मुक्त करना ही होगा। इसलिए प्राकृतिक खेती की तरफ हमारा गांव, हमारा किसान बढ़ेगा तो पूरी मानवता को लाभ होगा। ग्राम पंचायत के स्तर पर कैसे प्राकृतिक खेती को हम प्रोत्साहित कर सकते हैं, इसके लिए भी सामूहिक प्रयासों की जरूरत है।’

पीएम ने कहा कि ग्राम पंचायतों को सबको साथ लेकर एक और काम भी करना है। कुपोषण, एनीमिया से देश को बचाने का जो बीड़ा केंद्र सरकार ने उठाया है, उसके प्रति जमीन पर लोगों को जागरूक भी करना है। अब सरकार की तरफ से जिन योजनाओं में भी चावल दिया जाता है, उसको फोर्टिफाई किया जा रहा है। भारत का विकास वोकल फॉर लोकल के मंत्र में छिपा है।