प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को बुलाई बैठक जिसमें ”एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विषय पर चर्चा हो रही है, में मुख्या विपक्षी दल कांग्रेस शामिल नहीं हुई है। बैठक में बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और आम आदमी प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी शामिल नहीं हुए हैं।
पीएम मोदी इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों की बैठक ले रहे हैं। बैठक के लिए उन सभी दलों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था जिनका लोकसभा या राज्यसभा में कम से कम एक सदस्य है। बैठक शुरू हो गयी है। यह बैठक बजट सत्र से ठीक पहले बुलाई गयी है। जानकारी के मुताबिक एनसीपी नेता शरद पवार इस बैठक में शामिल हैं।
बैठक में ”एक राष्ट्र, एक चुनाव” के मुद्दे पर चर्चा हो रही है। इसके अलावा २०२२ में आजादी के ७५वें वर्ष के जश्न और महात्मा गांधी के इस साल १५०वें जयंती वर्ष को मनाने समेत कई मसलों पर चर्चा हो रही है।
बैठक में बीजद के नवीन पटनायक, जदयू के नीतीश कुमार, नेशनल कांफ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला, शिरोमणी अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, वाईएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी समेत अन्य नेता शामिल हैं।
बसपा सुप्रीमों मायावती बैठक में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा – ”किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित है। एक देश, एक चुनाव की बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलंत राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास और छलावा मात्र है।”