प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण कोरिया दौरे में सियोल शांति पुरस्कार ग्रहण किया। मोदी दक्षिण कोरिया के दो दिन के दौरे पर हैं।
पुरूस्कार लेने के बाद अपने सम्वोधन में पीएम ने सियोल में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। मोदी ने कहा – ”पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति मून के संवेदना और समर्थन के संदेश के लिए हम उनके आभारी हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ अपने द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समन्वय को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने कहा कि आज भारत के गृह मंत्रालय और कोरिया की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के बीच संपन्न हुआ एमयू में हमारे काउंटर टेरिज्जम सहयोग को और आगे बढ़ाएगा। अब समय आ गया है कि वैश्विक समुदाय भी बातों से आगे बढ़ कर, इस समस्या के विरोध में एकजुट हो कर कार्रवाई करे।
पीएम ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से लो कार्बन फूटप्रिंट के बावजूद, भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
मोदी ने कहा कि सियोल शांति पुरस्कार के लिए उन्हें जो १.३० करोड़ रुपये की धनराशि मिली है इसको वे गंगा नदी को साफ करने वाले प्रोजेक्ट नमामि गंगे को समर्पित कर रहे हैं। कहा कि सियोल शांति पुरस्कार की स्थापना १९८८ में सियोल में आयोजित २४वें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की सफलता के उपलक्ष्य में की गई थी। गेम्स महात्मा गांधी के जन्मदिन पर समाप्त हुए थे। खेलों में कोरियाई संस्कृति का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया गया और कोरियाई अर्थव्यवस्था की सफलता मिली।