ब्रिटिश संसद ने बुधवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री टेरेसा मे के ब्रेक्जिट करार को खारिज कर दिया। इसके बाद यह सम्भावना अब पक्की हो गयी है कि ब्रिटेन अब बिना किसी करार के यूरोपियन यूनियन (ईयू) से अलग हो जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ संसद के निचले सदन (हाउस आफ कॉमन्स) के इस फैसले के बाद ब्रिटेन का बिना किसी करार के यूरोपियन यूनियन से अलग होना तय हो गया है। हाउस ऑफ कॉमन्स ने मंगलवार रात इस करार को १४९ मतों के बड़े अंतर से खारिज कर दिया। करार के पक्ष में सिर्फ २४२ मत पड़े जबकि इसके विरूद में ३९१ मत पड़े।
उधर यूरोपियन यूनियन के वरिष्ठ अधिकारियों ने ब्रिटिश संसद के इस नतीजे पर खेद जताया और कहा कि वे जिद पर अड़े सांसदों का वोट जीतने में टेरेसा मे की आगे कोई मदद नहीं कर पाएंगे।
गौरतलब है कि यदि ब्रिटेन की संसद यूरोपीय संघ के साथ हुए समझौते को मंजूर करने में विफल रहती है और यूरोपीय संघ इस पर अधिक समय देने के लिए तैयार नहीं होता है तो ब्रिटेन २९ मार्च को यूरोपीय संघ से बिना किसी समझौते के अलग हो जाएगा।
वैसे यूरोपियन यूनियन ब्रिटेन को और समय देने पर विचार कर सकती है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क के प्रवक्ता ने बताया कि टस्क को इस परिणाम पर खेद है। लेकिन ब्रुसेल्स की तरफ से उन्होंने चेताया है कि इससे ज्यादा कुछ कर पाना मुश्किल होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक वहीं, यूरोपीय संघ की प्रमुख ब्रेक्जिट वार्ताकार मिशेल बार्नियर ने यही बात दोहराते हुए कहा कि ब्रुसेल्स इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। अब देखना होगा कि अगले दिनों में इस बाबत क्या अंतिम फैसला सामने आता है।