यूपी की चुनावी जंग में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अब सीधे पीएम मोदी को ललकारने लगी हैं। सुबह मोदी ने ब्लॉग लिखकर गांधी परिवार पर टिपण्णी की तो प्रियंका ने भी जवाब देने में देर नहीं लगाई। उन्होंने जवाब दिया मोदी के ही गढ़ बाराणसी में और कहा – ”अब पीएम को जनता को मूर्ख समझना बंद कर देना चाहिए।”
लोकसभा चुनाव के लिए अब माहौल भाजपा बनाम कांग्रेस होता जा रहा है। यूपी में भी जिस तरह प्रियंका के दौरों से हलचल है उसने लोगों का फोकस कांग्रेस पर किया है। भाजपा ही नहीं, मायावती तक में इससे बैचेनी दिख रही है। अब पीएम मोदी ने ब्लॉग के जरिये गांधी परिवार पर निशाना साधा तो कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मोदी को जवाब देने में डेरी नहीं की।
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा – ”वंशवाद राजनीति की सबसे बड़ी संस्था है। भाजपा पिछले पांच साल से मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर हमला बोल रही है। अब पीएम को जनता को मूर्ख समझना बंद कर देना चाहिए।”
गांधी यूपी के चार दिवसीय दौरे पर हैं। वह आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ काशी पहुंचीं और वहां रुद्राभिषेक किया। वे कई घाटों-मंदिरों का दौरा कर चुकी हैं। प्रियंका की 140 किमी की बोट यात्रा का वाराणसी आखिरी पड़ाव रहा। प्रयागराज से शुरू दो दिन की बोटयात्रा के दौरान प्रियंका ने मोदी पर जमकर हमला बोला।
कांग्रेस महासचिव आज मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अपनी तीन दिवसीय चुनावी यात्रा का समापन कर रही हैं। इस दौरान प्रियंका गांधी ”सांची बात, प्रियंका के साथ” कार्यक्रम के जरिए जनता से सीधा संवाद करेंगी।
मिर्जापुर पहुंची प्रियंका गांधी का जोरदार स्वागत हुआ। मोदी के ब्लॉग पर पलटवार करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा ने योजनाबद्ध तरीके से पिछले पांच साल में मीडिया समेत सभी संस्थानों पर हमला किया। प्रधानमंत्री को यह सोचना बंद कर देना चाहिए कि लोग बेवकूफ हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि लोग इसके पीछे की सच्चाई देख सकते हैं। ”हम डरने वाले नहीं हैं। हमें जितना प्रताड़ित किया जाएगा, हम उतनी ही मजबूती से लड़ेंगे।”
इस बीच प्रियंका गांधी ने आज होने वाले होली मिलन समारोह को रद्द कर दिया है। आज साढ़े तीन बजे ये कार्यक्रम वाराणसी के कांग्रेस मुख्यालय में होना था। खबरों के मुताबिक पुलवामा में शहीद हुए जवानों के शोक में प्रियंका गांधी ने इस कार्यक्रम को रद्द किया है। वे शहीदों के तीन परिवारों से भी मिल रही हैं।