आखिर सचिन पायलट ने लंबी चुप्पी तोड़ते हुए सोमवार देर रात पहली बार ब्यान दिया है। इसमें उन्होंने कहा कि पार्टी पद देती है, वह इसे वापस भी ले सकती है। सचिन ने कहा उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के सामने अपनी बात रखी है। कुछ मुद्दों को उठाना बहुत जरूरी था, मुझे पद की कोई लालसा नहीं है।
कांग्रेस में ही बने रहने की उनकी संभावना तभी बहुत पुख्ता हो गयी थी, जब वे आज दिन में गांधी परिवार से मिले थे। वह राहुल गांधी और प्रियंका से मिले। यह मुलाकात खासी लंबी चली। इसमें काफी गहन मंत्रणा उनकी कांग्रेस के दोनों प्रमुख नेताओं से हुई। पायलट को दोनों के नजदीक माना जाता रहा है।
देर शाम सचिन ने कहा वह पार्टी आलाकमान से मिले हैं। उन्होंने कहा – ”मुझे बहुत कुछ सुनने को मिला। मैंने अपनी सारी बातें आलाकमान के सामने रखी हैं। पार्टी पद देती है, ले भी सकती है। मुझे पद की कभी लालसा नहीं रही।” काफी दिन से नाराज चल रहे नेता ने कहा कि जो वादा करके हम सत्ता में आये थे, उन्हें पूरा करेंगे।
सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने अपनी बात पार्टी आलाकमान के सामने रखी है। आलाकमान ने तीन सदस्यीय समिति गठित की है। मैं पार्टी प्रमुख का इसके लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ। मुद्दों को उठाना बहुत जरूरी था। हमें कई बिंदुओं पर आपत्तियां थीं। मैंने सब आलाकमान के सामने रखीं।’
पता चला है कि पायलट ने नाराज विधायकों की मुलाकात राहुल गांधी से भी करवाई है। इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और अहमद पटेल भी उपस्थित थे।