कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मोदी सरकार पर करारा हमला करते हुए शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार के पास अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोई योजना और खाका नहीं है। उन्होंने कहा कि जीडीपी के जो आंकड़े कुछ दिन पहले सामने आये हैं, वे बहुत चौंकाने वाले हैं लेकिन ऐसा लगता है कि मोदी सरकार इसकी कोई चिंता नहीं है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सचिन पायलट, जो नाराजगी के बाद राहुल-प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप से फिर कांग्रेस की मुख्य धारा में लौटे हैं ने मीडिया के लोगों से कहा – ”मैं बहुत चिंतित हूं। सबको मालूम है कि अर्थव्यवस्था में गिरावट तो हो रही है लेकिन चिंता मुझे इस बात की है कि गिरावट रूकने के बाद एक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिये केंद्र सरकार के पास कोई रोड मैप तैयार नहीं है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी तक सिर्फ घोषणाएं (मोदी सरकार की तरफ से) हो रही हैं। इतने महीने निकल गये। प्रोत्साहन की घोषणाएं वित्तमंत्री ने कीं लेकिन धरातल पर छोटे उद्योगपतियों को, कारखाने चलाने वालों को, मध्यमवर्ग और वेतनभोगी श्रेणी के लोगों को आर्थिक मदद नहीं पहुंच रही है। पायलट कहा – ”जीडीपी के आंकड़े बहुत चौंकाने वाले हैं लेकिन इसके भविष्य की जो कार्ययोजना है उसके बारे में केन्द्र सरकार को है न तो चिंता है और न ही उसने कोई ठोस नीति अभी तक बनाई है।”
पायलट ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिये सरकार को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवित करने के लिये क्या कर सकते हैं इस पर सबकी राय लेनी चाहिए।” संसद सत्र के दौरान प्रश्नकाल नहीं करवाने पर उन्होंने कहा – ”सवाल पूछना सबसे बड़ा अधिकार होता है एक सांसद का। आप उसको छीन रहे हैं तो फिर संसद चलाने का मतलब क्या है। केंद्र सरकार का यह गलत निर्णय है और उसे इसपर पुनर्विचार करना चाहिए।”