दिलीप दत्तात्रेय वलसे पाटील महाराष्ट्र के नए गृह मंत्री बन सकते हैं। वे अनिल देशमुख का स्थान लेंगे जिन्होंने आज ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। देशमुख के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के वसूली के आरोपों वाली याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने आज ही सीबीआई जांच का आदेश दिया था। नए गृह मंत्री पाटील अभी तक उद्धव ठाकरे सरकार में लेबर और एक्साइज मिनिस्टर हैं।
एनसीपी में पाटील बड़े नेता हैं। विधानसभा अध्यक्ष रहने के अलावा कई बार मंत्री रहे हैं। उन्हें बेहतर छवि वाला नेता माना जाता है। दो साल पहले जब भाजपा ने अजीत पवार को अचानक ‘अपने पाले’ में करके देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और पवार को उपमुख्यमंत्री बना दिया था तब उनकी जगह एनसीपी ने पाटील को ही विधायक दल का नेता बनाया था। हालांकि, बाद में पवार एनसीपी में लौट आये थे और सेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनी थी।
आज इस्तीफा देने से पहले देशमुख एनसीपी प्रमुख पवार से मिले थे और उसके बाद ही इस्तीफा देने का ऐलान किया। देशमुख से भाजपा पहले से ही इस्तीफा मांग रही थी। एनसीपी ने हालांकि देशमुख के इस्तीफे पर कहा कि उसे भरोसा है कि देशमुख किसी तरह के भर्ष्टाचार में शामिल नहीं हैं और यह सब कुछ ‘गठबंधन सरकार को कमजोर करने के लिए’ साजिश है।
उधर इस्तीफे के ऐलान पर देशमुख ने कहा कि पद पर बने रहने का कोई नैतिक औचित्य नहीं है। देशमुख ने कहा कि उनके खिलाफ आरोप गलत हैं और वे इनसे साफ़ बाहर निकलेंगे।
बता दें आज ही मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच करने का आदेश दिया है। अदालत ने सीबीआई से इस जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट 15 दिन के भीतर देने को कहा है जिसके आधार पर ही उनके खिलाफ एफआईआर दायर करने का फैसला होगा। अब महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।