पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद और पीएमएल (एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज शरीफ के पति सफदर अवान को गिरफ्तार करने के बाद कराची में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं और वहां सेना और पुलिस आमने-सामने आ गए हैं। सिंध में पुलिस ने सेना के खिलाफ एक तरह का ‘विद्रोह’ करते हुए सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी दी है। विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि वर्तमान स्थिति पाकिस्तान को गृहयुद्ध की तरफ धकेल सकती है।
प्रधानमंत्री इमरान खान पर विपक्ष तेजी से हमलावर हो गया है। विरोधी दलों ने इमरान के खिलाफ एक तरफ से हाथ मिला लिया है और वे खुलकर इमरान खान का विरोध करने लगे हैं। संकट में घिरे इमरान खान की दिक्क्तें इससे ज्यादा बढ़ सकती हैं।
ख़बरें हैं कि पुलिस ने सिंध पुलिस प्रमुख को कथित तौर पर अगवा किए जाने का आरोप लगाया है और वह सेना के सामने खड़ी हो गयी है। इससे स्थिति बहुत खराब हो गयी है। कराची में गुरूवार को एक सख्त कदम उठाते हुए पुलिस अधिकारियों ने सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी दे दी।
सेना और पुलिस के आमने-सामने आने से पाकिस्तान में स्थिति खराब होने की आशंका है। तमाम विपक्षी दल सेना के खिलाफ हैं और उनमें जबरदस्त तनातनी चल रही है। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि पीएम इमरान खान सेना के हाथ की कठपुलती बन चुके हैं। पाकिस्तान की घटनाओं पर नजर रखने वाले जानकार आशंका जाता रहे हैं कि वर्तमान हालत पाकिस्तान को तेजी से गृहयुद्ध जैसी स्थिति की तरफ ले जा रहे हैं।
दिवंगत बेनजीर भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह के नेतृत्व में सिंध के कराची में, सिंध पुलिस ने पाकिस्तान सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जिससे हालत ज्यादा बिगड़े हैं। पता चला है कि सिंध पुलिस महानिरीक्षक मुश्ताक महर और दो एआईजी, सात डीआईजी और सिंध पुलिस के छह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) ने छुट्टी पर जाने के लिए आवेदन किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कैप्टन (रिटायर्ड) सफदर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मामले के बाद यह फैसला किया है।
आरोप है कि सेना ने नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाव डाला जिसे हालत बिगड़े क्योंकि पुलिस इसके खिलाफ थी। अब पुलिस अफसरों ने छुट्टी पर जाने की धमकी दे दी है, जिससे स्थिति बिगड़ गयी है। बता दें सिंध पुलिस ने सोमवार को अवान को कराची के एक होटल से गिरफ्तार किया था।
यह गिरफ्तारी तब हुई जब नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल (एन) की उपाध्यक्ष ने 11 विपक्षी दलों के महागठबंधन पीपुल्स डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की एक बड़ी रैली में पीएम इमरान खान और उनकी सरकार पर तीखे हमले किये। इस रैली के कुछ घंटे बाद ही अवान की गिरफ्तारी हो गयी माहौल गरमा गया है। सियासी गर्मी के बाद भले उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया, लेकिन इससे सेना और पुलिस आमने सामने आ गए हैं।
पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने सेना और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से सफदर की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा है। पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने सफदर अवान की गिरफ्तारी की जांच के आदेश दिए थे। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक बिलावल ने कहा कि सिंध पुलिस प्रमुख को सफदर की गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले ही पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया विंग ने अगवा कर लिया था। बिलावल ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान सेना ने सिंध पुलिस पर सफदर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दबाव डाला।
पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक पीएमएल (एन) नेता और सिंध के पूर्व गवर्नर मुहम्मद जुबैर ने आरोप लगाया कि सिंध के पुलिस महानिरीक्षक मुश्ताक का अपहरण कर लिया गया है और उन पर मरियम, उनके पति सफदर और 200 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का दबाव डाला गया था। पुलिस प्रमुख पर मोहम्मद अली जिन्ना के मकबरे की पवित्रता के कथित उल्लंघन के लिए यह कार्रवाई करने का दबाव डाला गया। सफदर की गिरफ्तारी से उत्पन्न तनाव के कारण सिंध के पुलिस अधिकारियों की ओर से आईजीपी महर को दी गई छुट्टी की अर्जी में कहा है कि उनके लिए पेशेवर तरीके से कर्तव्य निभाना मुश्किल हो गया है।