साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ कार्य करते हुए ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत बाहरी जिले के डीसीपी के मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण के तहत साइबर पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के एक मामले का भंडाफोड़ किया है साथ ही एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया हैं।
कार्रवाई करते हुए आरोपी गोविंद राम को भरतपुर से गिरफ्तार किया गया है। यह आरोपी एक सेक्सुअल एक्सटेंशन में शामिल था और पीड़ितों के अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के नाम पर पैसे की उगाही किया करता था।
पुलिस को हाल ही में पश्चिम विहार दिल्ली में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत मिली थी। पीड़ित ने पुलिस को बताया था कि किसी ने उसे व्हाट्सएप नंबर पर एक संदेश भेजा था और लड़की के रूप में उससे बात की थी। पीड़ित ने कथित व्यक्ति से वीडियो कॉल पर बात की थी।
उसने पुलिस को आगे बताया कि कुछ दिनों के बाद फोन करने वाले ने उसे स्क्रीन रिकॉर्डर वीडियो भेजा, जिसमें किसी महिला के साथ उसका बदला हुआ वीडियो था वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड नहीं करने के लिए पैसे की मांग की थी पीड़ित ने उसके खाते में 12500 रुपये ट्रांसफर कर दिए। किंतु बाद में उसने पुलिस में केस दर्ज कराया।
आपको बता दें, पुलिस जांच के दौरान यह पाया गया कि कथित मोबाइल नंबर ज्यादातर राजस्थान में सक्रिय हैं। साथ ही आरोपी से लगातार पुलिस की पूछताछ के बाद यह पता लगा है कि आरोपी गोविंद अपने दोस्तों व गांव के अन्य लोगों के संपर्क में आया जो फर्जी अश्लील वीडियो बनाकर निर्दोष लोगों से पैसे की मांग करते थे।
आरोपी ने बताया कि वे अपने व्हाट्सएप नंबरों पर अज्ञात पुरुष व्यक्तियों को कॉल करते थे और उनके साथ महिला बनकर बात करते थे और उनके नग्न वीडियो रिकॉर्ड करते थे। और फिर इस वीडियो को महिलाओं की दूसरी वीडियो के साथ बदल दिया जाता था और पीड़ितों का वीडियो वायरल करने के बहाने उनसे वसूली की जाती थी।