बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुरू में ही उपचुनाव के लिए पड़े वोटों की गिनती में अच्छी बढ़त बना ली है, जिससे संकेत मिलता है कि वे बड़े अंतर से जीत की तरफ बढ़ रही हैं। दस राउंड की गिनती के बाद अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल से करीब 32000 मतों की बड़ी बढ़त बनाये हुयी हैं। ममता के लिए यह चुनाव जीतना इसलिए जरूरी है क्योंकि मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें छह महीने के भीतर विधानसभा (या विधान परिषद्) का सदस्य बनना जरूरी है। बंगाल की बाकी दो सीटों पर भी टीएमसी ही आगे चल रही है। उधर ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजेडी एकमात्र सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं।
अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक 29 सितंबर को उपचुनाव के लिए हुए मतदान के बाद आज सुबह सभी सीटों पर वोटों की गिनती चल रही है। बंगाल की भवानीपुर सीट, जहाँ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मैदान में हैं, में शुरुआती रुझानों के मुताबिक बनर्जी दस राउंड की गिनती के बाद अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा की प्रियंका टिबरेवाल से करीब 32000 मतों की बड़ी बढ़त बनाये हुयी हैं।
भवानीपुर में ममता की बड़ी बढ़त को देखते हुए लोग उनके आवास पर अभी से भीड़ जुटनी शुरू हो गयी है और उनकी पार्टी के नेता और समर्थक बड़ी संख्या में वहां उनकी जय के नारे लगा रहे हैं। हाथों में टीएमसी का झंडा लिए यह समर्थक अभी से जश्न के मूड में हैं।
उधर बंगाल की अन्य दो सीटों पर भी टीएमसी की ही बढ़त बनी हुई है। मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर और समसेरगंज में एक-एक उम्मीदवार की मौत के बाद मतदान स्थगित कर दिया गया था। वहां अब उपचुनाव हुआ है। भवानीपुर में 57 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था जबकि समसेरगंज और जंगीपुर में क्रमशः 79.92 प्रतिशत और 77.63 प्रतिशत वोट पड़े थे। इन सभी सीटों पर टीएमसी आगे है।
नतीजे 21 चरण की मतगणना के बाद घोषित किए जाएंगे। तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है।
उधर ओडिशा की ओडिशा में पुरी जिले की पिपली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए रविवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटों की गिनती शुरू हुई। सत्तारूढ़ बीजेडी के रुद्रप्रताप महारथी, जनता पार्टी (भाजपा) के आश्रित पटनायक और कांग्रेस उम्मीदवार बिस्वोकेशन हरिचंदन महापात्र सहित 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेडी के रुद्रप्रताप महारथी आगे चल रहे हैं।