महाराष्ट्र के एक व्यक्ति पर पुलिस ने अपनी ही पत्नी की हत्या का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया। अपराधी ने कथित तौर पर अपना जुर्म कबूल भी कर लिया।
अब अचानक पुलिस ने दीपक सोमकुवर पर लगाए गए सारे चार्ज वापस ले लिए, क्योंकि दीपक की पत्नी शिल्पा पुलिस को जिंदा मिली है। वह केम्पटी में अपने एक रिश्तेदार के यहां रह रही थी।
बात पिछले साल अक्टूबर की है जब दीपक पर अपनी पत्नी शिल्पा के मर्डर का आरोप लगा था। रामटेक पुलिस ने कुछ दिनों पहले उसे गिरफ्तार करके नागपुर जेल भेज दिया।
अक्टूबर 2017 में सोमकुमार और शिल्पा का किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद शिल्पा पति को छोड़कर चली गई।
शिल्पा के घर छोड़ने के कुछ दिनों बाद ही पुलिस को एक सिर कटी महिला की लाश सतरापुर के बोंदरी गांव में मिली थी।
दीपक की पत्नी लापता थीं और पुलिस को उसके फोन का लोकेशन भी लाश के आसपास मिला था।
ऐसे में पुलिस का पहला शक दीपक पर गया। पुलिस ने महिला की सिर कटी लाश को शिल्पा मानकर दीपक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस के होश तब उड़ गए, जब इस शख्स की जिंदा पत्नी लौट आई। ऐसे में पुलिस ने तुरंत इस शख्स को रिहा कर दिया और मामला वापस ले लिया। लेकिन नागपुर पुलिस के द्वारा हुई इस लापरवाही पर अब राजनीति शुरू हो गई है।
कांग्रेस कार्यकर्ता और ऐक्टिविस्ट उदयसिंह यादव ने नेता विपक्ष राधाकृष्णा विखे पाटिल को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में ग्रामीण पुलिस की लापरवाही झलकती है।