कोरोना काल के नियमों की पालन की अनदेखी करते हुये भी दिल्ली में दशहरे के पर्व की धूम देखने को मिली । लोगों ने बाजारों में जमकर खरीददारी की और दशहरे का उत्सव धूमधाम से मनाया। वहीं एक ओर पाटाखों की दुकानों में सन्नाटा देखने को मिला ।
पटाखा विक्रेता धनीराम सेठ ने बताया कि, “एक ओर तो कोरोना के चलते कामधंधा बंद है। उस पर अदालत के आदेश के चलते बढ़ते प्रदूषण के कारण पटाखों की बिक्री में रोक के कारण उनके कारोबार एकदम बंद सा हो गया है”।
दिल्ली सहित आस-पास के इलाके में पटाखों सप्लाई होती थी। लेकिन इस अब दिन व दिन बंद होती जा रही है। दिल्ली के दीपाली चौक के पटाखा व्यापारी घनश्याम वर्मा ने बताया कि सरकार अगर व्यापारियों की और ध्यान नहीं देगी तो वो दिन दूर नहीं जब दिल्ली में पटाखा मिलना बंद हो जायेगे। उनका कहना है कि कोरोना काल में शादी विवाह भी कम हुये है और जो हुये है उसमें पटाखों की बिक्री भी नहीं हुई है।
अब त्यौहारों में भी पटाखों की बिक्री बंद हो रही है। जिसके कारण पटाखा व्यापार बंद होने की कगार पर है।इस बार तो रावण में भी पटाखों पर रोक के कारण और भी कारोबार चौपट हो गया है।