पंजाब के खरड़ में एक महिला ड्रग अधिकारी की उनके दफ्तर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस अधिकारी की छवि एक दबंग और ईमानदार अधिकारी की बताई जाती है। बाद में पकडे जाने पर हमलावर ने खुद को भी गोली मार ली जिससे उसकी मौत हो गयी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक उन्हें गोली किसी अज्ञात व्यक्ति ने मारी। महिला अधिकारी का नाम नेहा शौरी बताया गया है। सुरी जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ऑफ फूड एंड एडमिनिस्ट्रेशन में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थीं। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की इस वारदात में हमलावार ने नेहा पर ड्रग एंड केमिकल टेस्टिंग लेबोरेटरी में एक के एक कई फायर किए जिससे उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद हमलावर भागने लगा तो लोगों ने उसे पकड़ लिया। इसपर उसने खुद को ही गोली मार ली जिससे उसकी भी मौत हो गयी।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस महानिदेशक (आईजी) दिनकर गुप्ता को महिला अधिकारी की हत्या के मामले की जांच के आदेश देकर जल्दी रिपोर्ट देने को कहा है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की दी है। अधिकारी का शव पॉस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक नेहा खरड़ में दवा-खाद्य रासायनिक प्रयोगशाला में तैनात थीं और वह मोहाली-रोपड़ जिलों के लाइसेंस का काम संभालती थी।
पुलिस के मुताबिक मोरिंडा के रहने वाले आरोपी बलविंदर सिंह ने महिला अधिकारी के कार्यालय में शुक्रवार सुबह ११.४० बजे घुसकर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से नेहा को तीन गोलियां मारीं। जांच में पता चला है कि आरोपी मोरिंडा में दवा की दुकान चलाता था और २००९ में महिला ड्रग इंस्पेक्टर नेहा ने उसकी दुकान पर छापा मारा था और वहां से कथित रूप से नशीली दवाएं बरामद हुई थीं। इसके बाद नेहा ने उसके दवा दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया था।