पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के राज्य विधानसभा चुनाव कुछ आगे खिसकाने के आग्रह पर चुनाव आयोग आज (सोमवार) विचार करेगा। आयोग इस मामले पर चर्चा करके दोपहर में कभी अपना फैसला सुना सकता है।
चुनाव आयोग ने पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान होना तय किया है। मुख्यमंत्री चन्नी ने चुनाव आयोग को चिट्टी लिखकर सुझाव दिया 14 फरवरी को होने वाले मतदान को गुरु रविदास जयंती को ध्यान में रखते हुए कम से कम छह दिन के लिए टाल दिया जाए। मतदान की तारीख़ के दो दिन बाद 16 फ़रवरी को रविदास जयंती है।
चन्नी ने अपने पत्र में आयोग को लिखा कि अनुसूचित जाति समुदाय के प्रतिनिधियों, जिसमें पंजाब की आबादी का 32 प्रतिशत शामिल है, ने उन्हें बताया कि रविदास जयंती की वजह से बड़ी संख्या में समुदाय के लोग 10 से 16 फरवरी को वाराणसी जाते हैं। ऐसी स्थिति में कई लोग वोट नहीं डाल पाएंगे, और इस तरह वे अपने संवैधानिक अधिकार से वंचित हो जाएंगे।
अब आज चुनाव आयोग एक बैठक कर रहा है जिसमें चन्नी के आग्रह पर विचार किया जाएगा। दोपहर तक आयोग का फैसला सामने आ सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस, पंजाब भाजपा और आम आदमी पार्टी ने भी इसी कारण से चुनाव कुछ आगे खिसकाने का आग्रह आयोग से किया है। ऐसे में सम्भावना है कि आयोग इस आग्रह को स्वीकार कर सकता है।