न शुद्ध हवा, न पानी ये है देश की राजधानी

राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का कहर अभी थमा भी नहीं है कि पानी की शुद्धता को लेकर केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने भारतीय मानक ब्यूरो वीआरएस की जाँच द्वारा  आँकड़े पेश किये कि दिल्ली का पानी सबसे दूषित है और पीने योग्य नहीं है। इसके बाद दिल्ली की सियायत पानी-पानी हो रही है। आलम यह है कि एक ओर दिल्ली में पानी की शुद्धता को लेकर लोगों में भय है, वहीं दूसरी ओर आरो का बाज़ार गरम होने की सम्भावनाएँ बढ़ गयी हैं। अब तक जो लोग पीने के पानी लेकर बेिफक्र थे, अब वे भी दिल्ली के बाज़ारों से आरो को खरीदकर घरों में लगवाने में लगे हैं। इसी मामले में दिल्ली के लोगों से और बाज़ार में ‘तहलका’ संवाददाता ने पड़ताल की, तो लोगों ने कहा कि सरकार की लचर व्यवस्था का खामियाज़ा जनता ने सदैव उठाया है। ऐसे में सरकारी आँकड़े और दावे कर जनता को संशय में डाल देते हैं। ऐसे में क्या किया जाए? जनता बस इसी उधेड़बुन में है और स्वस्थ जीवन के लिए प्रयासरत है। मौजूदा वक्त में पानी की शुद्धता को लेकर जो आँकड़े और दावे किये जा रहे हैं उससे दिल्ली की सियासत में उबाल है।

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो बीआरएस ने जो दिल्ली से 11 जगहों से नमूने लिये थे, उससे यह बात सामने आयी है कि दिल्ली के पानी सबसे गन्दा है और पीने योग्य नहीं है। पासवान ने कहा कि दिल्ली में गरीब जनता दूषित पानी पीने के कारण बीमार हो रही है; जबकि अमीर और मध्यम वर्ग का आदमी तो अपने घरों में आरो लगवा लेता है। ऐसे में गरीब आदमी ही नलों का पानी पीने को मजबूर है।

इसके जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री पासवान जनता को गुमराह कर रहे हैं। क्योंकि दिल्ली के कुल 11 जगहों से लिये गये नमूनों के आधार पर यह कैसे साबित किया जा सकता है कि दिल्ली के दो करोड़ लोग दूषित पानी पी रहे हैं। उन्होंने कहा कि पानी के नाम पर राजनीति हो रही है। केजरीवाल ने बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत ने गत 26 सितंबर, 2019 को दिल्ली के पानी पर खुद कहा है कि दिल्ली का पानी यूरोपीय शहरों से बेहतर है; जिसका खुद दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली का पानी डब्ल्यूएचओ मानक पर खरा उतरा हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली के प्रत्येक वार्ड से 5-5 सैम्पल लिये जाएँगे, जिसकी गुणवत्ता की जाँच करवाएँगे जिसके लिए केंद्रीय मंत्री पासवान को निमंत्रण भेजा गया है।

 अब बात करते हैं कि दिल्ली के उन इलाकों की जहाँ पर पानी की किल्लत के साथ शुद्धता को लेकर दशकों से सवाल उठाते रहे हैं। जनता और सरकार के बीच पानी को लेकर हंगामा और प्रदर्शन भी होते रहे हैं। लेकिन अचानक केंद्रीय मंत्री पासवान ने 16 नवंबर को संवाददाता सम्मेलन कर बताया कि दिल्ली का पानी सबसे दूषित है और पीने योग्य नहीं है। इस मामले दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि दिल्ली में जो भी पानी आ रहा है, उसी को पी रहे हैं। बदरपुर के वीर सिंह का कहना है कि पानी की किल्लत और दूषित पानी का सिलसिला आज का नहीं है, यह दुर्भाग्य है कि देश की राजधानी में कभी भी साफ पानी लोगों को पीने को नहीं मिला है। लक्ष्मीनगर निवासी सुनील कुमार ने बताया कि पानी को लेकर जो भी हो-हल्ला मचा है, वो लोगों को भटकाने के लिए है। इन नेताओं को कुछ नहीं करना है, बस ये तो आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भटकाने वाली सियासी चाल है। पांडव नगर निवासी अध्यापिका गीता ने बताया कि अब तक जो भी दावे पानी की शुद्धता को लेकर किये जा रहे हैं, वे सब बकवास है। क्योंकि सितंबर माह में घरों में दूषित पानी की शिकायत दिल्ली जल बोर्ड में की थी, तो कोई कार्यवाही नहीं हुई और न ही सुनवाई।  दिल्ली सरकारी अस्पतालों में मरीज़ो और डॉक्टरों ने बताया कि अगर केंद्र सरकार सही मायने में पानी की शुद्धता को लेकर चिन्तित है, तो अस्पतालों में ही बेहतर पानी की व्यवस्था कर दें तो ठीक है। पर सरकारी अस्पतालों में अभी तक पानी की उचित व्यवस्था नहीं हैं। दिल्ली के स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे भी जल बोर्ड का ही पानी पीते हैं। कुछ बच्चे तो घरों से पानी ले जाने को मजबूर हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के विधानसभा क्षेत्र में लोगों से बातचीत पर उन्होंने कहा कि जो पानी दिल्ली जल बोर्ड का वर्षों से आ रहा है, वो ठीक है पर ज़्यादातर लोगों ने तो अपनों घरों में आरो लगवा रखे हैं। एनडीएमसी दिल्ली का पॉश इलाका है यहाँ के निवासी रवीन्द्र कुमार ने बताया कि जो दिल्ली जल बोर्ड का जल है, वह कभी-कभार दूषित और बदबूदार आता है। ऐसे में पानी को उबालकर पीना पड़ता है।

वहीं दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया का कहना है कि दिल्ली जल बोर्ड का पानी साफ है; पीने योग्य है; लोग पी रहे हैं। समय-समय पर पानी की शुद्धता को लेकर जाँच होती रहती है। ऐसे में पानी को लेकर कोई चिन्ता की बात नहीं है।

दिल्ली पानी दूषित को लेकर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने दिल्ली के तुर्कमान गेट पर मटमैली पानी बोतलों को गले में लटकाकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया और दूषित पानी के लिए आपराधिक मामला दर्ज कराने की बात की है। वहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 400 जगहों से पानी का सैम्पल लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के पास पहुँचाया है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल हर मोर्चे पर असफल हैं। न दिल्ली में हवा शुद्ध है और न पानी शुद्ध है। केजरीवाल ने जनता के साथ धोखा किया है। इस बारे में इंडियन हार्ट फाउण्डेशन के अध्यक्ष डॉक्टर आर.एन. कालरा ने बताया कि दिल्ली में दूषित पानी के पीने से शरीर के अंग डैमेज होते हैं। हैजा और डायरिया कई बार जानलेवा तक साबित हो जाता है। ऐसे पानी की शुद्धता को लेकर सजगता की ज़रूरत है। इस बारे में पशु चिकित्सक डॉक्टर नरोत्तम वर्मा ने बताया कि पानी का असर मानव जीवन पर तो पड़ता ही है, वह इलाज भी करवा लेता है; लेकिन बेजुबान जानवर को अगर पीने के लिए साफ पानी नहीं मिलता है, तो वह संक्रमण की चपेट में आ जाता है। कई बार संक्रमण से ग्रस्त जानवरों का समय पर उपचार न होने से वे समय से पहले ही मौत के शिकार हो जाते हैं। दिल्ली के बाज़ारों में आरो की बिक्री जोरों पर है। आरो विक्रेता पवन कुमार ने बताया कि ग्राहक अपनी ज़रूरत के मुताबिक पानी आरो और वाटर प्यूरीफाई खरीद रहे हैं। उन्होंने बताया कि जबसे पानी के दूषित होने की बात सरकार सामने लायी है, तबसे आरो की बिक्री बढ़ी है।

दिल्ली में पानी की शुद्धता को लेकर केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है। केन्द्रीय मंत्री पासवान कहा कि पानी की जाँच के लिए मुख्यमंत्री ने जाँच कमेटी गठित की है, वह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। क्योंकि जाँच कमेटी में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया को लिया है, वे दिल्ली के संगम बिहार से विधायक हैं और सदस्य के तौर पर शलभ कुमार लिया गया है। उन्होंने कहा कि जाँच कमेटी में गैर राजनीतिक दल से होना चाहिए ताकि साफ पानी की कहानी साफ हो सकें।

रामविलास पासवान

केंद्रीय मंत्री, एनडीए सरकार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पानी के नाम पर केन्द्रीय मंत्री राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो पानी की जाँच के नाम पर जो नमूने लिये गये उनके घर से तो नमूने तो लिया नहीं है। ऐसे में दिल्ली के पानी को पीने लायक न बताना केन्द्रीय मंत्री पासवान की ओछी राजनीति  है।

अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री, दिल्ली

आप पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान से इस्तीफा माँगते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्री की ये हरकतश शोभा नहीं देती है। दिल्ली का पानी पूरी तरह से शुद्ध है। क्योंकि दिल्ली सरकार दिल्ली वालों के हितों को लेकर पानी की जाँच समय-समय पर करवाती रहती है।

संजय सिंह

सांसद, आप

दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी नेे कहा कि दिल्ली के लोग पानी को लेकर भय में है। जब भारतीय मानक ब्यूरो ने दिल्ली के पानी को दूषित बताया है, तो ऐसे में ये कहना मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली का पानी पूरी तरह से शुद्ध है इसके कारण दिल्ली के लोगों में भय है कि कही दूषित पानी के पीने से किसी बीमारी की चपेट में ना आ जाएँ।

मनोज तिवारी

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री न जानें क्यों अपनी गलती छिपा रहे हैं। जब पानी को भारतीय मानक ब्यूरो ने पीने योग्य नहीं माना है, तो ऐसे में केजरीवाल का ये कहना है कि उनके घर से पानी का नमूना नहीं लिया गया, तो इस लिए पूरी जाँच गलत है। ये दुर्भाग्यपूर्ण बातें कर रहे हैं केजरीवाल।

डा. हर्षवर्धन

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री