उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आईपीएस वैभव कृष्ण, जो नोएडा के एसएसपी थे, को निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ एक महिला से चैटिंग वाला वीडियो वायरल हुआ था जिसे जांच में सही पाया गया है।
जानकारी के मुताबिक महिला से चैट की वायरल वीडियो की गुजरात के फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आते ही वैभव कृष्णा के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई की है। कहा गया है कि फोरेंसिव लैब की रिपोर्ट में वह वीडियो और चैट सही पाई गई। गौरतलब है कि वैभव कृष्णा ने इसे फर्जी बताया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक फोरेंसिक जांच में सामने आय़ा कि वीडियो एडिटेड और मार्फ्ड नहीं था। यहाँ यह भी दिलचस्प है कि वैभव ने वायरल वीडियो को लेकर खुद एफआईआर दर्ज कराई थी। सरकार ने इसकी जांच का जिम्मा मेरठ के एडीजी और आईजी को सौंपा था। जांच के दौरान आईजी ने इस वीडियो को फोरेंसिक लैब को जांच के लिए भेजा था। सरकार इस बात से नाराज थी कि वैभव ने खुद पत्रकार वार्ता बुलाकर इस बाबत जानकारी दी थी और इसमें भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट को लीक कर दिया था। अब उन्हें अधिकारी आचरण नियमावली के उल्लंघन के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। वैभव कृष्णा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। लखनऊ के एडीजी एसएन साबत यह जांच करेंगे। उन्हें इसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द देने को कहा गया है।