जहाँ एनडीए के साथी भाजपा पर दवाब बनाने में जुटे हैं वहीं कांग्रेस में सहयोगी एकजुट हो रहे हैं। यूपीए के सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने खुलकर गांधी परिवार की प्रशंसा की है। उन्होंने सोनिया और राहुल गांधी को गरीबों के लिए काम करने वाला नेता बताया है। याद रहे यही पवार करीब दो दशक पहले सोनिया गांधी के ”विदेशी मूल” को लेकर कांग्रेस से अलग हो गए थे।
शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार गांधी परिवार पर किए जा रहे हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि गांधी परिवार ने देश के लिए काफी बलिदान दिया है। ”आज भी सोनिया और राहुल गांधी गरीबों के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में पीएम कैसे कह सकते हैं कि एक परिवार ने देश को नुकसान पहुंचाया है।”
शरद पवार ने महाराष्ट्र के सतारा में एक रैली में यह बात कही। पवार ने कहा कि ‘रैलियों में दिए जाने वाले भाषण (पीएम मोदी के भाषण) में एक ही बात बार-बार कही जाती है कि एक परिवार ने देश को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने सवाल किया, ”कौन परिवार?” ‘जवाहरलाल नेहरू, जिन्होंने अपने जीवन का शुरुआत का वक्त ब्रिटिश जेलों में बिताया, आजादी की लड़ाई में योगदान दिया। देश आजाद होने के बाद लोकतंत्र को मजबूत किया, वो जवाहरलाल नेहरू देश का नुकसान कैसे कर सकते हैं।”
इसके बाद पवार ने फिर सवाल किया – ”इंदिरा गांधी? जिन्होंने गरीबों के विकास के लिए सत्ता का उपयोग किया। उनकी हत्या हुई। उसके बावजूद उस परिवार ने कभी चिंता नही की। उसके बाद राजीव गांधी ने पूरे देश को आधुनिकता का विचार दिया।”
पूरी तरह गांधी परिवार की ढाल बनकर उतरे शरद पवार ने आगे कहा – राजीव गांधी ने दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई। उनकी भी हत्या हुई। इतना त्याग एक ही परिवार में, इंदिरा गांधी की हत्या, राजीव गांधी की हत्या के बाद आज भी देश की गरीब जनता के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी काम कर रहे हैं तो उनका अभिमान होना चाहिए। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ही बात कहते हैं कि एक परिवार ने देश का नुकसान किया।”
गौरतलब है कि पांच विधानसभाओं के पूरे चुनाव प्रचार में पीएम मोदी ने नेहरू, इंदिरा गांधी से लेकर पूरे गांधी परिवार सवाल खड़े करने की कोशिश की थी लेकिन चुनाव में मोदी की भाजपा को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा। मोदी ने बार बार कहा कि एक परिवार के कारण देश की गरीब जनता का विकास नहीं हो पाया और देश में जो भी विकास हुआ वह उनके साढ़े चार साल में ही हुआ। चुनाव नतीजों से संकेत मिलते हैं कि जनता ने गांधी परिवार की इस निंदा को गलत माना है। अब शरद पवार जैसे कद्दावर नेता ने मोदी पर इस मामले में सीधा हमला कर नई बहस को जन्म दे दिया है।