नीट और जेईई मेन एग्जाम करवाने के मोदी सरकार के फैसले को रद्द करने की मांग देश में तेज हो रही है, भले एनटीए ने परीक्षाओं की तारीखें भी घोषित कर दी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सबसे पहले इस फैसले के खिलाफ सामने आए और उन्होंने यह परीक्षाएं फिलहाल न करने की मांग की। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आज इस मसले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत होने वाली है।
सोनिया गांधी ममता से बातचीत के अलावा कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों से भी इस मसले पर बातचीत करने वाली हैं। आज गैर भाजपा के मुख्यमंत्री भी इस मसले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक कर सकते हैं। फिलहाल यह मसला देश भर में तूल पकड़ गया है और ज्यादातर इन परीक्षाओं को करवाने के फैसले का विरोध हो रहा है।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। कांंग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज पार्टी और उसके सहयोगी दलों के सीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करेंगी। इस बातचीत के बाद ही नीट और जेईई एग्जाम को लेकर कांग्रेस आगे की रणनीति तय करेगी। राहुल गांधी पहले ही इन परीक्षाओं को लेकर खुले रूप से विरोध दर्ज करवा चुके हैं।
सोनिया गांधी की आज पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छतीसगढ़ और पंजाब सहित कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत प्रस्तावित है। मुद्दा जेईई और नीट एग्जाम ही होगा। कांग्रेस एक बार फिर खुद को मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता के केंद्र में लाने की कोशिश में जुट गयी है। इसकी शुरुआत नीट और जेईई एग्जाम के विरोध से हो रही है।
इस बीच एनटीए ने कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा का आयोजन सितंबर में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा। शिक्षा मंत्रालय की राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कहा कि यह परीक्षाएं घोषित तारीखों क्रमशः 1 से 6 सितंबर और 13 सितंबर के अनुसार ही होंगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त को कहा था कि परीक्षाएं तय समय पर होंगी। हालांकि, इसके बावजूद सच यह है कि इन परीक्षाओं को करवाने को लेकर विरोध भी बड़े पैमाने पर हो रहा है।