बड़ी संख्या में लोगों के टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सुबह चार बजे की गयी कार्रवाई में दिल्ली के हजरत निज़ामुद्दीन स्थित मरकज़ को खाली करवा लिया गया है। वहां से कुल २३६१ लोगों को बाहर निकाला गया है।
जानकारी के मुताबिक इनमें से ६१७ लोगों को अस्पताल भेजा गया है जबकि १७४४ को क्वारंटीन किया गया है। मरकज ने पहले दावा किया था कि वहां १००० के करीब लोग है। आज सुबह ४ बजे मरकज को खाली कराया गया। याद रहे तेलगांना के छह और एक अन्य समेत सात कोरोनावायरस संक्रमितों की मौत के बाद सोमवार को निजामुद्दीन मरकज में रुके लोगों को बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की गई थी।
उधर दिल्ली पुलिस ने मरकज़ प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और क्राइम ब्रांच इसकी जांच करेगी। गौरतलब है कि मरकज में ८-१० मार्च तक तबलीगी जमात में हिस्सा लेने के लिए दो हजार से ज्यादा लोग यहाँ आये थे। इनमें देश के विभिन्न राज्यों और अन्य देशों से करीब १८३० लोग मरकज़ में शामिल हुए। मरकज़ के आसपास और दिल्ली के करीब ५१० लोग थे।
कहा गया है कि गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को २८ मार्च को एक चिट्ठी लिखकर बताया था कि उन्हें सूचना मिली है कि तबलीगी जमात में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है और आशंका है कि अन्य देशों से आए लोगों से कोरोनावायरस का संक्रमण फैल सकता है। तबलीग-ए-जमात सौ साल से ज्यादा पुरानी संस्था है।
उधर यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि भारत के एयरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग की प्रक्रिया बहुत देरी से शुरू की गयी जिसके फलस्वरूप बड़ी संख्या में विदेशों से लोग भारत आए और इनसे ही कोरोना फैलने का खतरा बढ़ा है। याद रहे मंगलवार को तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज से १५४८ लोग निकाले गए। सभी को डीटीसी की बसों से दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों और क्वारंटाइन सेंटर में ले जाया गया। तबलीगी जमात से जुड़े २४ लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। दिल्ली में ७१४ लोग कोरोना के शुरुआती लक्षणों की वजह से अस्पतालों में भर्ती हैं।