केरल में मानसून ने समय पर दस्तक दे दी, वहीं अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ”निसर्ग’ उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। इसके ३ जून को इन दोनों क्षेत्रों से टकराने की संभावना है, लिहाजा भारतीय मौसम विभाग ने पश्चिम भारत के राज्यों महाराष्ट्र (मुंबई, पालघर, ठाणे, रायगड़) गोवा और गुजरात में निसर्ग चक्रवात की वजह से ११५ किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। एनडीआरएफ ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी टीमें तैनात कर दी हैं।
मौसम वभाग ने कहा है कि ४१ फीसदी संभावना है कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि मानसून (जून से सितंबर) में १०२ फीसदी बारिश होगी। इसमें चार फीसदी ज्यादा या कम की गुंजाइश है। यानी कम से कम ६ फीसदी और अधिकतम १०६ फीसदी तक बारिश की संभावना है। एनडीआरएफ ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी टीमें तैनात कर दी हैं।
विभाग के निदेशक के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत में १०७ फीसदी तक बारिश हो सकती है। मध्य भारत में १०३, दक्षिणी प्रायद्वीप में १०२ फीसदी और पूर्वोत्तर भारत में ९६ फीसदी बारिश के आसार हैं। देशभर में जुलाई और अगस्त के दौरान क्रमश: 103 और ९७ फीसदी बारिश हो सकती है, इसमें ९ फीसदी मॉडल एरर रहने की संभावना है। महापात्रा ने कहा कि वातावरणीय परिस्थितियां मानसून के अनुकूल बनी हुई हैं। ला-नीना स्थिति के कमजोर होने से अच्छी बारिश होगी।
मौसम विभाग ने कहा है कि ३ जून को ”निसर्ग” चक्रवाती तूफान के उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के तट को पार करने की संभावना है। दक्षिणी-पूर्वी और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। विभाग ने इस खतरे को ध्यान में रखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि जो मछुआरे अभी अरब सागर में है वह तुरंत तटों पर लौट आएं।
विभाग ने कहा है कि लक्षद्वीप क्षेत्र उत्तरी केरल और तटीय कर्नाटक में १२ घंटे के दौरान हल्की से भारी वर्षा देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही अब से ३ जून के बीच दक्षिण कोकण और गोवा में और ३ से ४ जून के बीच दक्षिण गुजरात, दमन-दादरा और नगर हवेली में भी हल्की से भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
”निसर्ग” तूफान उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के समुद्रतट की और बढ़ रहा है। इसके बुधवार को तट से टकराने की संभावना है। इसका लैंडफॉल मुंबई के करीब होने की संभावना है। मुंबई के पड़ोसी ठाणे, रायगड़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग इसके दायरे में आ सकते है और ४ जून तक इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।