देश में सड़क हादसों की स्थिति बेहद गंभीर है। आने वाले समय में राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा के मुद्दे के समाधान के लिए केंद्र सरकार ने एक बहुआयामी रणनीति तैयार की है जिससे राजमार्गों पर होने वाली गंभीर दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और सड़क दुर्घटनाओं के लिए जीरो टॉलरेंस होना चाहिए। प्रत्येक वर्ष विभिन्न कारणों से करीब 1.5 लाख लोगों की मृत्यु केवल सड़क हादसों से होती है जिसका देश की अर्थव्यवस्था पर 3.14 प्रतिशत असर पड़ता है।
मंत्री ने भारत में ऑटोमोबाइल सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र की मजबूती पर जोर दिए जाने साथ ही वर्ष 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी की उम्मीद भी जताई है। गडकरी ने सुरक्षा प्रावधानों में सुधार के लिए 4 अतिरिक्त एयरबैग और 3 पॉइंट सीट बेल्ट की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, “वाहन की सुरक्षा में सुधार के लिए मानकों और प्रोटोकॉल के आधार पर वाहन की स्टार रेटिंग के लिए एक प्रणाली प्रस्तावित की जा रही है। इससे वाहन के खरीदार को सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने आगे कहा की, “अन्य सुरक्षा प्रणालियों के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण, उन्नत आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम (एर्इबीएस), खतरनाक सामानों के परिवहन, दिव्यांगों के लिए गतिशीलता में आसानी, चालक उनींदापन ध्यान चेतावनी प्रणाली (डीडीए डब्ल्यू), ब्लाइंड स्पॉट सूचना प्रणाली, साथ ही ध्वनि प्रदूषण को कम करने और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग के महत्व पर भी जोर दिया गया है।”